कांग्रेस(Congress) पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे व सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस(press conference) आयोजित की। खडगे ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स और कांग्रेस के बैंक खातों पर आयकर विभाग की कार्रवाई के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने निष्पक्ष और न्यायसंगत चुनाव के लिए बात की है, लेकिन यह सच नहीं है। हमारे बैंक खातों (bank accounts) की जानकारी जारी की जानी चाहिए।
बता दें कि लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। लोकतंत्र के लिए यह आवश्यक है कि चुनावों को निष्पक्ष रूप से आयोजित किया जाए और सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर मिलें। आयकर विभाग, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और अन्य स्वतंत्र संस्थाओं पर किसी का नियंत्रण नहीं होना चाहिए। हाल ही में चुनावी बॉन्ड्स के संबंध में उजागर हुए तथ्यों से देश की छवि पर धक्का लगा है।
सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदे की योजना को अवैध और अनुग्रहित घोषित किया है, उस योजना के तहत भारतीय जनता पार्टी ने करोड़ों रुपये अपने खातों में जमा किए हैं। वहीं दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल (कांग्रेस) के बैंक खातों को ब्लॉक किया गया है, ताकि हम पैसों की कमी के चलते चुनाव नहीं लड़ सकें। यह सत्ताधारी दल द्वारा खेला गया एक खतरनाक खेल है।
राजनीतिक दलों के लिए होना चाहिए बराबरी का मैदान
भाजपा ने कुछ कंपनियों से पैसे कैसे प्राप्त किए, इसका जिक्र नहीं किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट जांच कर रहा है, और मुझे उम्मीद है कि सच्चाई जल्दी सामने आएगी। मैं संवैधानिक संस्थाओं से अपील करता हूं कि वे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं, तो हमें अपने बैंक खातों का उपयोग करने की अनुमति दें। कोई भी राजनीतिक दल आयकर के दायरे में नहीं आना चाहिए। लोकतंत्र के लिए चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण है और सभी राजनीतिक दलों के लिए बराबरी का मैदान होना चाहिए। यह नहीं कि जो सत्ता में है, उसके पास संसाधनों का एकमात्र अधिकार हो।