Sonipat में किसानों की आमदनी को बढ़ाने की कवायद में जुटे कृषि विभाग द्वारा अब जिले के सभी एफपीओ यानी किसान उत्पादक संगठनों को खाद, बीज व दवाइयों के लाइसेंस जारी करने का फैसला किया गया हैं। इस संबंध में मुख्यालय द्वारा जिला कृषि उपनिदेशक को निर्देश जारी किए गए है कि जल्द से जल्द सभी आवेदन करने वाले किसान उत्पादक संगठनों को खाद, बीज व दवाइयों का लाइसेंस जारी किया जाए।
किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा किसानों के समूह गठित करने पर फोकस किया गया था। उक्त एफ.पी.ओ. के माध्यम से किसानों के समूहों को कृषि उत्पादन इनपुट, कृषि उपकरण जैसे कल्टीवेटर, हारवेस्टर आदि की आपूर्ति की जाती हैं। इसके अतिरिक्त अनाज की सफाई, ग्रेडिंग, पैकिंग, भंडारण, परिवहन आदि गतिविधियों से भी किसानों को जोड़ने के लिए एफ.पी.ओ. का गठन किया जा रहा है। इसी अभियान के तहत अब किसानों को खाद, बीज और दवाइयों के लाइसेंस भी जारी करने का फैसला किया गया हैं। सरकार किसानों को संगठित करके उनके रोजगार को सुनिश्चित करना चाहती हैं।
किसानों की आमदनी में होगी बढ़ोतरी
ऐसे में किसानों को समूह बनाकर एफपीओ तैयार करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अब तक प्रदेश में 157 एफ.पी.ओ. गठित किए जा चुके हैं। वहीं सोनीपत की बात करें तो सोनीपत जिले में अब तक 10 एफपीओ गठित किए जा चुके हैं। कृषि विभाग का प्रयास हैं कि सभी एफ.पी.ओ. को जल्द से जल्द खाद, बीज व दवाइयों का लाइसेंस जारी किया जाए, ताकि किसानों की आमदनी बढ़ सके।
सोनीपत जिले में खाद, बीज और दवाइयों के लगभग 400 लाइसेंस धारक हैं। खाद वितरण प्रणाली को कृषि विभाग द्वारा ऑनलाइन किया गया है। मशीनों के माध्यम से खाद का पूरा रिकार्ड रखा जा रहा है। मौजूदा समय में खाद की डिमांड भी काफी अधिक बनी हुई है। जुलाई व अगस्त माह में खाद की डिमांड 10 हजार एमटी से अधिक पहुंच जाती हैं। किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए एफपीओ को खाद, बीज व दवाइयों के लाइसेंस जारी करने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। सभी आवेदकों को जल्द से जल्द लाइसेंस जारी कर दिए जाएंगे। किसानों का आह्वान हैं कि वे जल्द से जल्द आवेदन करें। किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़े, इसके लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं।