Faridabad में जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षांत समारोह में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति की चुनौतियों का सामना करने और इसके अवसरों का लाभ उठाने के लिए शिक्षण संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने शिक्षण संस्थानों से पूर्व छात्र संघों के योगदान को मजबूत बनाने का भी सुझाव दिया।
इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ने समारोह की अध्यक्षता की। राज्यपाल ने राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु की उपस्थिति में विद्यार्थियों को उपाधि, पदक और प्रमाण-पत्र प्रदान किए। इस समारोह में कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर भी उपस्थित रहे।
उपाधियों और पुरस्कारों का वितरण
वर्ष 2023 में अपनी डिग्री पूरी करने वाले 1536 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं, जिनमें 998 स्नातक, 525 स्नातकोत्तर और 13 पीएचडी शामिल हैं। समारोह में दो मेधावी छात्राओं को स्वर्ण पदक भी प्रदान किए गए—इशिता जुनेजा को राज्यपाल-कुलाधिपति स्वर्ण पदक और काजल शर्मा को मुख्यमंत्री स्वर्ण पदक।
महिला शोधार्थियों की भागीदारी पर प्रसन्नता
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में उपाधि प्राप्त करने वाले 13 शोधार्थियों में आठ छात्राएं हैं, जो दर्शाता है कि उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में बेटियां आगे बढ़ रही हैं।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति और अनुसंधान को बढ़ावा
राष्ट्रपति ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अनुसंधान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने इस नीति को लागू करने और उसके लक्ष्यों के अनुरूप शिक्षा प्रदान करने की पहल की है।
पूर्व विद्यार्थियों के योगदान की सराहना
राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों के योगदान की सराहना की और सुझाव दिया कि शिक्षण संस्थानों को पूर्व छात्र संघ की भूमिका को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए।
जे.सी. बोस के योगदान की सराहना
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने महान वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस को आधुनिक विज्ञान का अग्रदूत बताते हुए उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की बात की। उन्होंने जे.सी. बोस के अध्ययन और अनुसंधान की सराहना की और कहा कि विद्यार्थी उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
समारोह का समापन
समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त और जिला प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे।