Haryana के गुरग्राम के सोहना खंड के राजपूत बामूल्य गांव दौहला के निवासी विकास राघव ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी जान दे दी। विकास राघव करीब पांच साल पहले 2 राजपूत रेजिमेंट में भर्ती हुए थे और वर्तमान में 10 राजपूत रेजिमेंट में जम्मू-कश्मीर के डोडा में तैनात थे। एक सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों से मुठभेड़ में उन्होंने वीर गति को प्राप्त किया।
विकास राघव का पार्थिव शरीर दोपहर तक उनके पैतृक गांव दौहला लाया जाएगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ उन्हें गांव की श्मशान भूमि में पंचतत्व में विलीन किया जाएगा।
परिवार में सबसे छोटा था विकास राघव
विकास राघव एक मध्यमवर्गीय परिवार से थे और परिवार में सबसे छोटे थे। उनके बड़े भाई और बहन की शादी हो चुकी है। उनका बड़ा भाई एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है, जबकि विकास के पिता पहले प्राइवेट जॉब करते थे, लेकिन अब घर पर ही रहते हैं। उनकी मां गृहिणी हैं। विकास राघव की इसी महीने सगाई हुई थी और 19 नवंबर को शादी होनी थी।
विकास राघव एक हंसमुख और नेकदिल इंसान थे। उनकी शहादत के बाद गांव और पूरे इलाके में शोक का माहौल है। उनके पार्थिव शरीर को पहले अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और फिर गमगीन माहौल में श्मशान भूमि में पंचतत्व में विलीन किया जाएगा।