BJP के पूर्व सांसद संजय भाटिया का मौसेरा भाई इस वक्त सूर्खियों में है। दरअसल, केंद्रीय नारकोटिक्स टीम ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब से एक बड़ी फार्मा कंपनी ‘विदित हेल्थकेयर’ के मालिक नीरज भाटिया को गिरफ्तार किया है। नीरज भाटिया मूलरूप से हरियाणा के पानीपत का रहने वाला है और करनाल से भाजपा के पूर्व सांसद संजय भाटिया के मौसा नीतिसेन भाटिया का बेटा है। बता दें कि नीरज भाटिया की नारकोटिक्स टीम को पिछले लंबे समय से तलाश थी। वह हिमाचल के बद्दी से अंतरराज्यीय कोडीन आधारित सीरप डायवर्जन रैकेट चला रहा था, जोकि देश के कई राज्यों में फैला था। जानकारी के अनुसार, नीरज बड़े स्तर पर कोरेक्स का धंधा कर रहा था।
नीतिसेन भाटिया को पीएम मोदी और हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर का करीबी बताया जाता है। नीतिसेन भाटिया से PM मोदी फोन पर भी बात कर चुके हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर करीब 9 माह पहले नीतिसेन भाटिया के पोते की शादी में पहुंचे थे। इस दौरान संजय भाटिया भी उनके साथ थे।
सिरमौर ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन का अध्यक्ष भी है आरोपी नीरज
दिल्ली, हिमाचल और जम्मू कश्मीर में चल रहे नशा तस्करी के मामले का बड़ा भंडाफोड़ केंद्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने किया है। नीरज भाटिया सिरमौर ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन का अध्यक्ष भी है। बता दें कि जम्मू कश्मीर, हिमाचल और दिल्ली में कोडीन बेस सीरप तस्करी का गिरोह करीब 7 साल से कार्य कर रहा था, जिसमें अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनसे 34 किलो कोडीन बेस सीरप बरामद किया जा चुका है।
आरोपियों की संपत्ति हुई जब्त
वहीं, विदित हेल्थकेयर उचित दस्तावेज सत्यापन और जमीन पर उनकी उपस्थिति के बिना प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए शेल कंपनियों को कोडीन आधारित सीरप की आपूर्ति कर रहा था। जांच के दौरान पाया गया कि जनवरी 2024 से विदित हेल्थकेयर ने जांच के तहत एक फर्जी फर्म को तीन लाख COCREX कोडीन आधारित सीरप की आपूर्ति की थी।
इससे पहले भी वह औसतन 3 लाख बोतलें तिमाही यानी 12 लाख बोतलें सालाना आपूर्ति करता था। वहीं, इस मामले में संलिप्त वित्तीय जांच के दौरान एजेंसी ने आरोपियों की 3.65 करोड़ रुपए की अवैध रूप से अर्जित विभिन्न चल और अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया है।
कई राजनीतिक लोगों के शामिल होने का अंदेशा, टीम कर रही जांच
टीम के अधिकारियों का कहना है कि मामले में जांच जारी है। कुछ और गिरफ्तारी भी संभव हैं, जिनमें उन लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है, जो इस कंपनी को समर्थन दे रहे थे। वहीं, इस सारे मामले में राजनीतिक लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। क्योंकि, चुनाव को लेकर यह सब खेल खेला जा रहा था, जिसमें हरियाणा और जम्मू कश्मीर सहित हिमाचल के चुनाव भी शामिल हैं।