Haryana के सोनीपत जिले के खरखौदा स्थित कन्या महाविद्यालय में PMKVY (प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना) के तहत दी गई सहायता राशि में 32 लाख रुपए के गबन का मामला सामने आया है। आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन ने अयोग्य लड़के-लड़कियों को कोर्स में दाखिला दिलाया और स्कीम की राशि को अपने व्यक्तिगत खातों में स्थानांतरित किया।
सीएम फ्लाइंग के सब इंस्पेक्टर राज सिंह ने खरखौदा थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि PMKVY स्कीम के अंतर्गत 2017 में 5 कोर्स चलाए गए थे। जांच में पता चला कि इन कोर्सों के लिए ट्रेनिंग पार्टनर को 30% पेमेंट मान्य उम्मीदवार के प्रशिक्षण बैच के प्रारंभ पर, 50% सफल प्रमाणीकरण पर, और 20% प्लेसमेंट के आधार पर दी जानी थी।
कन्या महाविद्यालय में सिलाई मशीन ऑपरेटर, हैंड एम्ब्रॉयडर, स्पोर्ट्स मसाजर, डोमेस्टिक डाटा एंट्री ऑपरेटर और मल्टी कुकिंग कोर्स चलाए गए थे। हालांकि, इनमें से करीब 300 लड़कियां अयोग्य थीं, क्योंकि वे स्कूल या कॉलेज में पढ़ाई कर रही थीं।
आवश्यकता से अधिक धनराशि का गलत तरीके से उपयोग किया गया, और कॉलेज के खाता में 32 लाख 41 हजार 337 रुपए का गबन हुआ। पुलिस ने मामले की जांच के बाद SB स्क्वायर कंसल्टेंसी सर्विसेज रोहतक के चार डायरेक्टरों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
जांच में शामिल चार व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है ताकि इस आर्थिक धोखाधड़ी के सभी पहलुओं का खुलासा हो सके।