हरियाणा के Mahendergarh जिले के खेड़ी तलवाना गांव में एक हृदय विदारक घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्यों का अंतिम संस्कार किया गया। रिटायर्ड फौजी, उनकी पत्नी और बेटी की हत्या के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है।
अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
रिटायर्ड फौजी राजेश, उनकी पत्नी कोमल और बेटी कविता के शव दिल्ली से गुरुवार रात उनके पैतृक गांव लाए गए। शुक्रवार को पति-पत्नी को एक चिता पर और बेटी को दूसरी चिता पर लिटाकर अंतिम संस्कार किया गया। तीनों को मुखाग्नि राजेश के भतीजे ने दी। बड़ी संख्या में ग्रामीण और परिवारजन इस शोकाकुल अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
प्रॉपर्टी विवाद में हत्या का आरोप
4 दिसंबर को दिल्ली के देवली गांव में इन तीनों की हत्या तेजधार हथियार से की गई थी। हत्या का आरोप परिवार के बेटे अर्जुन पर है। प्रारंभिक जांच में अर्जुन ने पुलिस को बताया था कि वह मॉर्निंग वॉक पर गया हुआ था और लौटने पर उसने घर में तीनों को मृत पाया।
हालांकि, पूछताछ में अर्जुन ने अपना गुनाह कबूल किया। उसने बताया कि माता-पिता उसे अक्सर डांटते और मारते थे। उसे शक था कि माता-पिता प्रॉपर्टी बहन के नाम कर देंगे और उसे कुछ नहीं मिलेगा। गुस्से में उसने अपने पिता के फौज वाले चाकू से तीनों की हत्या कर दी।
घटना के बाद गांव में शोक
गांव के पूर्व पंच सुनील कुमार ने कहा कि गांव के 500-600 साल के इतिहास में ऐसी घटना पहली बार हुई है। पूरा गांव परिवार के इस हाल पर स्तब्ध है। राजेश के भाई मनदीप सिंह ने कहा कि अर्जुन को किसी ने गुमराह किया या उस पर समाज का गलत असर हुआ। उसने जो किया है, उसके लिए उसे सजा मिलनी चाहिए।
दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला कि अर्जुन ने अपने माता-पिता और बहन का गला रेतकर हत्या की। हत्या के बाद अर्जुन करीब आधे घंटे तक घर में रहा और फिर मॉर्निंग वॉक के बहाने बाहर गया। उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सच्चाई छिपा नहीं सका।
हत्या का कारण
अर्जुन को लगने लगा था कि उसके माता-पिता बहन को ज्यादा प्यार करते हैं और प्रॉपर्टी उसे मिल सकती है। यह घटना प्रॉपर्टी विवाद और पारिवारिक रिश्तों में संवाद की कमी से उपजी भयावह सच्चाई को उजागर करती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अर्जुन को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के खेड़ी तलवाना गांव में एक हृदय विदारक घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्यों का अंतिम संस्कार किया गया। रिटायर्ड फौजी, उनकी पत्नी और बेटी की हत्या के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है।