हरियाणा में लगातार साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा ही एक ओर मामला Panipat से भी सामने आया है। बता दें कि सलारगंज बाजार निवासी 71 वर्षीय रिटायर्ड बैंक कर्मचारी मुकेश कुमार गर्ग साइबर ठगों के शिकार बन गए। ठगों ने उनके दस्तावेजों का उपयोग कर क्रेडिट कार्ड बनाया और 2 करोड़ रुपये की ठगी की। जान से मारने की धमकी देकर उन्हें 1 करोड़ रुपये तीन किस्तों में ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया।
7 दिसंबर को मुकेश गर्ग को एक कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को आरबीआई अधिकारी बताया और कहा कि उनके दस्तावेजों का उपयोग कर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का क्रेडिट कार्ड बनाया गया है। 8 दिसंबर को व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर कॉलर ने खुद को मुंबई पुलिस अधिकारी बताया और उन्हें डिजिटली गिरफ्तार करने की धमकी दी।
धमकी देकर रकम वसूली
कॉलर ने 11 घंटे से अधिक समय तक वीडियो कॉल पर उन्हें बंधक बनाए रखा। 65 लाख रुपये आरटीजीएस के जरिए 8 दिसंबर को ट्रांसफर किए। 9 और 10 दिसंबर को और 23 लाख रुपये भेजे गए। 16 दिसंबर को 12 लाख रुपये और जमा कराए गए। ठगों ने राष्ट्रीय प्रतीक वाला फर्जी पत्र और मुंबई पुलिस के नाम का उल्लेख कर उन्हें डराया। परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी देकर रकम वसूली।
पुलिस में शिकायत
मुकेश को पड़ोसियों से चर्चा के बाद ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बीएनएस की धारा 61(2), 308(2), 318(2), 318(4), 336(2), 336(3), 351(4) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना साइबर अपराधों के खिलाफ सतर्क रहने और अज्ञात कॉलर्स पर विश्वास न करने की आवश्यकता पर जोर देती है।