हरियाणा में करनाल के कर्ण विहार में रहने वाले एक 13 साल के नाबालिग लड़के ने नहर में कूदकर अपनी जान दे दी। नाबालिग की पहचान अरमान के रूप में हुई। अरमान एक निजी स्कूल में 7वीं कक्षा में पढ़ता था। अरमान दो बहनों का इकलौता भाई था।
बता दें कि मृतक के चचेरे भाई अमरजीत ने बताया की सुबह अरमान को उसकी मां ने स्कूल में जाने के लिए कहा और अरमान जाना नहीं चाहता था। इसी बात पर वह नाराज हो गया और स्कूल की वर्दी पहनकर साईकिल पर घर से निकल गया। जिसके बाद वह सीधे गांव शेखपुरा के पास यमुना नहर पर चला गया और वहीं पर नहर में छलांग लगा दी।
स्कूल बस ड्राइवर ने की बचाने की कोशिश, रहा असफल
बताया जा रहा है कि जब अरमान ने नहर में छलांग लगाई, तब वहां से एक स्कूल की बस गुजर रही थी। बस के ड्राइवर ने अरमान को नहर मे छलांग लगाते हुए देखा। जिसके बाद ड्राइवर ने उसे बचाने की कोशिश भी की लेकिन असफल रहा। इसके बाद ड्राइवर ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। वहीं मौके पर गोताखोरों की टीम पहुंची और शव को बाहर निकाला।
पिता 7 साल से रह रहे विदेश
साथ ही मृतक के भाई अमरजीत ने बताया कि अरमान का नाम पिता जोगा सिंह है। अरमान के पिता पिछले 7 साल से विदेश में ही रहते हैं। अमरजीत ने कहा कि पहले अरमान के पिता दुबई में थे लेकिन अब तीन साल से पुर्तगाल में काम करते हैं। वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस जांच अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।