प्रदेश में पहली बार राज्य स्तरीय तीज महोत्सव का आयोजन पानीपत के सैक्टर 13-17 में बड़ी धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रूप में सीएम मनोहर लाल खट्टर द्वारा शिरकत की गई। इस अवसर पर भारी संख्या में सज-धजकर महिलाएं पहुंची, लेकिन कार्यक्रम के बीच में हुई तेज बरसात के चलते तीज महोत्सव के अरमानों पर पानी फिरता हुआ नजर आया।

बता दें कि सैक्टर 13-17 में तीज महोत्सव कार्यक्रम को लेकर हरियाणा प्रदेश के सभी शहरों से करीब 25 से 30 हजार महिलाओं ने गीत गाते एवं गुनगुनाते हुए भाग लिया। सभी शहरों से महिलाएं बसों में भी गीत गुनगुनाते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंची और वहां पहुंचने के बाद भी अपने गीतों को जारी रखा। वहीं स्थानीय पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 100 से अधिक महिलाओं को सम्मानित करते हुए कोथली प्रदान की।

पुरुषों के प्रवेश पर रही पाबंदी
जानकारी देते हुए उपायुक्त डॉ. वीरेन्द्र कुमार दहिया ने बताया कि कार्यक्रम में पुरूषों के प्रवेश पर पूर्णरूप से पाबंदी रही, केवल उन्हीं जरूरी लोगों को कार्यक्रम में प्रवेश दिया गया, जिन्हें प्रशासन की ओर से आई कार्ड मुहैया करवाए गए थे। महोत्सव में जिन अधिकारियों की डयूटी लगी हुई थी, उन्हें ही प्रवेश दिया गया, उनके अलावा किसी भी पुरूष अधिकारी को कार्यक्रम में नहीं जाने दिया गया। जिसके लिए पुलिस कर्मियों सहित मुख्य प्रवेश द्वार पर अधिकारियों की भी डयूटी लगाई गई थी, ताकि पुरूष से पहले अंदर जाने का कारण एवं परिचय सहित अधिकृत पत्र की भी मांग की गई।

जगह-जगह लगे सीसीटीवी
तीज महोत्सव को लेकर जहां एक ओर करीब 35 खाने-पीने की सामग्री की स्टॉलों को लगवाया गया, वहीं महिलाओं के कार्यक्रम में आने से लेकर जाने तक पर ट्रैफिक प्लान के हिसाब से कार्य किया गया। जिसको लेकर अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पहले से ही जानकारी दी गई थी कि कार्यक्रम में करीब 500 बसों से महिलाएं पहुंचने वाली है, ऐसे में किसी को कोई परेशानी न हो, इसके लिए पहले से ही प्लान तैयार किया गया था। वहीं जिन महिलाओं को राज्य स्तरीय तीज महोत्सव में सम्मानित किया जाना था, उनके बैठने की व्यवस्था पहले से ही मंच के साथ कर दी गई थी। साथ ही गतिविधियों की जानकारी के लिए जगह-जगह सीसीटीवी लगाए गए थे।

सीएम सिटी से शिकायत लेकर पहुंची महिलाएं
वहीं करनाल से अपनी बिजली की समस्या को लेकर काफी संख्या में महिलाएं कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। बातचीत करने पर महिलाओं ने बताया कि हमारा बिजली का बिल संबंधित विभाग द्वारा समय पर और अच्छा-खासा दिया जाता है, लेकिन बिजली देने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। जिसके कारण हमें रात-रातभर बच्चों को लेकर गर्मी में रहना पड़ता है। समय पर बिजली न मिलने से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती है और दिनचर्या के कार्य भी ठप्प होकर रह जाते है।

ग्रुप की मीटिंग बताकर लाया गया
जहां एक ओर महिलाओं ने कार्यक्रम को लेकर अपनी खुशी जताई, वहीं कुछ महिलाएं समस्याओं को लेकर अपनी भड़ास भी निकालते हुए देखी गई। महिलाओं ने बताया कि उन्हें ग्रुप की मीटिंग बताकर लाया गया है, उन्हें कार्यक्रम स्थल की जानकारी भी नहीं है, महिलाओं का अंदाजा रहा कि कार्यक्रम अनाज मंडी में हो रहा होगा। इतना ही नहीं कार्यक्रम स्थल पर निशुल्क बसों में ले जाने से पहले सभी महिलाओं को हरे रंग की चुन्नी भी वितरित की गई।

युवा बेरोजगार, महिलाओं ने निकाली भड़ास
वहीं तीज महोत्सव में भाग लेने के लिए पहुंची बुजुर्ग महिलाओं ने कहा कि आज अच्छी-खासी पढाई करने के बाद भी युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहे है। जिसके कारण परिवार वालों को अपनी जमीन बेचकर उन्हें नौकरी करने के लिए विदेशों में भेजना पड़ रहा है। यदि हमारी सरकार की ओर से युवाओं को रोजगार दे दिया गया होता, तो न ही लोगों को अपनी जमीन बेचनी पड़ती और न ही युवाओं को विदेश में जाकर नौकरी करनी पड़ती। वहीं करनाल के कुछ ब्लॉक में सड़कें भी टूटी हुई है, जिन पर सीएम की ओर से कोई गौर नहीं किया जा रहा है।

