हरियाणा के एकमात्र हिसार एयरपोर्ट पर भारतीय वायुसेना की फाइनल रिहर्सल शुक्रवार को पूरी होने जा रही है। पिछले तीन दिनों से दो लड़ाकू विमान लगातार एयरपोर्ट के रनवे का ट्रायल कर रहे हैं। इस दौरान रनवे की क्षमता का आकलन किया जा रहा है। भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, और किसी भी बाहरी व्यक्ति को बिना अनुमति अंदर जाने की इजाजत नहीं है।
चार दिन से जारी ट्रायल, जल्द मिलेगा एयरपोर्ट लाइसेंस
हिसार में 4 फरवरी से वायुसेना का ट्रायल शुरू हुआ था। पहले दिन कागजी कार्रवाई और तैयारियों पर फोकस किया गया। 5 फरवरी को दोपहर 1 बजे विमानों ने पहली उड़ान भरी और शाम 4 बजे तक एयरपोर्ट का निरीक्षण किया। 6 फरवरी को दो विमानों ने 7 चक्कर लगाए, जिससे रनवे की क्षमता का और मूल्यांकन किया गया। 9 फरवरी को शुक्रवार को फाइनल रिहर्सल होगी, जिसके बाद वायुसेना की टीम एक कंपाइल रिपोर्ट तैयार करेगी और इसे उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
हिसार एयरपोर्ट का सामरिक महत्व
हिसार एयरपोर्ट का रनवे न केवल नागरिक उड्डयन बल्कि सैन्य गतिविधियों के लिए भी अहम साबित हो सकता है। यह हरियाणा के सिरसा और अंबाला एयरबेस के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। दिल्ली और पंजाब के एयरबेस से भी इसकी दूरी कम होने के कारण आपातकालीन परिस्थितियों में इसका उपयोग किया जा सकता है।
एयरपोर्ट लाइसेंस पर अंतिम निर्णय जल्द
भारतीय वायुसेना की रिपोर्ट के आधार पर फरवरी के अंत तक हिसार एयरपोर्ट को लाइसेंस मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। अगर सबकुछ सही पाया गया, तो यह एयरपोर्ट जल्द ही पांच राज्यों के लिए उड़ानों को हरी झंडी देगा। भारतीय वायुसेना की ओर से चार दिनों के परीक्षण की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके बाद एयरफोर्स के उच्चाधिकारी इसकी समीक्षा करेंगे और अंतिम निर्णय लेंगे। इस ट्रायल से साफ हो जाएगा कि हिसार एयरपोर्ट भविष्य में नागरिक और सैन्य उड़ानों के लिए कितना उपयुक्त है।