Delhi राजनीति में सत्ता का खेल ऐसा है कि जब तक सरकार में हो, चमचमाती गाड़ियों का काफिला साथ चलता है, लेकिन सत्ता जाते ही पुराने दिन फिर लौट आते हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के बाद अब नेताओं की सादगी भी वापस लौट रही है। इसी का ताज़ा उदाहरण बने हैं दिल्ली के पूर्व मंत्री गोपाल राय, अपनी पुरानी नैनो कार में पार्टी कार्यालय जाते दिखाई दे रहे हैं।

चुनाव प्रचार के दौरान लग्जरी एसयूवी में घूमते दिखे, समर्थकों का हुजूम पीछे चलता था, लेकिन नतीजों ने जैसे ही करवट ली, एसयूवी की जगह छोटी-सी नैनो कार लौट आई। जनता की नब्ज़ पहचानने वाले गोपाल राय को शायद ये एहसास हो गया कि अब साधारण लुक ही सही चुनावी संदेश देगा। दिलचस्प बात ये है कि यह वही नैनो कार है, जिसमें बैठकर गोपाल राय ने नामांकन दाखिल किया था।

आम आदमी पार्टी जब सत्ता में आई थी, तो उसने दिखाया था कि सादगी से भी राजनीति की जा सकती है। लेकिन समय के साथ प्राथमिकताओं ने सादगी कहीं गुम कर दी। अब जब सत्ता चली गई, तो फिर वही पुरानी छवि गढ़ने की कोशिश शुरू हो गई।
हाल ही में घोषित दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में, गोपाल राय ने बाबरपुर विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार ऐतिहासिक जीत दर्ज की। उन्होंने 76,192 वोट हासिल किए और भाजपा के अनिल कुमार वशिष्ठ को 18,994 मतों से हराया।







