Gurugram के सेक्टर 28 स्थित सरस्वती विहार में एक भयावह हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। मकान नंबर 940 में आधी रात को लगी आग में 80 वर्षीय अंजलि बख्शी की दर्दनाक मौत हो गई। घर के अंदर से उठती आग की लपटों के बीच बेटे ने अपनी मां को बचाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि वह अंदर घुस नहीं सका।
कैसे हुआ हादसा?
मृतका के बेटे शांतनु बख्शी ने बताया कि उनकी मां काफी समय से बीमार थीं। ठंड से बचाने के लिए उन्होंने कमरे में ब्लोअर हीटर लगा रखा था। रोज की तरह रात 9 बजे वह ग्राउंड फ्लोर पर सोने चले गए। रात करीब 12 बजे उन्हें तेज आवाज सुनाई दी। जब बाहर निकले, तो पहली मंजिल से आग की ऊंची लपटें उठती देखी।
मौत से चंद कदम दूर खड़ा रहा बेटा
शांतनु ने अपनी मां को बचाने के लिए कमरे में घुसने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी फैल चुकी थी कि वह कुछ कर नहीं सके। फायर ब्रिगेड और पुलिस को तुरंत सूचना दी गई। सेक्टर 29 थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब एक घंटे में आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक अंजलि बख्शी की जलकर मौत हो चुकी थी।
घर में एलपीजी के दो सिलेंडर रखे हुए थे, लेकिन संयोग से रेगुलेटर बंद होने के कारण आग ने उन्हें नहीं पकड़ा। वरना, यह हादसा और भी भयावह हो सकता था।
गुरुग्राम में एक ही दिन में 4 जगह आग
गुरुवार को गुरुग्राम में चार अलग-अलग जगहों पर आग लगने की घटनाएं हुईं।
- सेक्टर 54 में एक कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के लेबर रूम में आग
- सेक्टर 90 चौक के पास कचरे और कबाड़ में आग
- सदर बाजार की एक दुकान में आग
- सेक्टर 28 में शांतनु बख्शी के मकान में आग