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दिल्ली हवाई अड्डे पर शुल्क वृद्धि से महंगा होगा हवाई सफर, किरायों में 2% तक इजाफा संभावित

देश दिल्ली

हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को जल्द ही अपनी जेब और ढीली करनी पड़ सकती है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर प्रस्तावित शुल्क वृद्धि के चलते घरेलू हवाई किरायों में 1.5 से 2 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है। हवाई अड्डे का संचालन करने वाली कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने यात्रियों से लगने वाले उपयोगकर्ता शुल्क (यूजर डेवलपमेंट फीस) में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है।

370 रुपये तक हो सकती है प्रति यात्री प्राप्ति (YPP)

यदि इस वृद्धि को स्वीकृति मिल जाती है, तो प्रति यात्री प्राप्ति (YPP) मौजूदा 145 रुपये से बढ़कर 370 रुपये हो जाएगी। YPP में विमानन कंपनी और यात्री शुल्क दोनों शामिल होते हैं। यह वृद्धि 2006 के स्तर की तुलना में लगभग 140 प्रतिशत अधिक होगी, जब जीएमआर समूह के नेतृत्व वाले संघ ने दिल्ली हवाई अड्डे का अधिग्रहण किया था।

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यात्रियों की जेब पर पड़ेगा असर

दिल्ली हवाई अड्डे से हर साल करीब 10.9 करोड़ यात्रियों की आवाजाही होती है। यदि शुल्क वृद्धि लागू होती है, तो इसका सीधा असर घरेलू हवाई किरायों पर पड़ेगा, जिससे यात्रियों को पहले की तुलना में अधिक पैसे खर्च करने होंगे। बिजनेस और इकनॉमी क्लास के यात्रियों के लिए व्यस्त और अन्य घंटों के लिए अलग-अलग उपयोगकर्ता शुल्क तय किया जा सकता है।

टर्मिनल-2 अप्रैल से रहेगा बंद

दिल्ली हवाई अड्डे पर यात्रियों के लिए एक और चुनौती सामने आने वाली है। अप्रैल से टर्मिनल-2 (T2) को अस्थायी रूप से चार से पांच महीने के लिए बंद किया जा सकता है। इस दौरान अपग्रेडेशन का कार्य किया जाएगा। साथ ही, एक रनवे भी इस अवधि में बंद रहेगा, जिससे हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है। डायल के सीईओ जयपुरियार के अनुसार, टर्मिनल-1 (T1) पर काम 15 मार्च तक पूरा करने की उम्मीद है और नियामक मंजूरी मिलने के बाद इसे उड़ानों के लिए खोल दिया जाएगा।

हवाई यात्रा होगी महंगी, यात्रियों को करनी होगी अतिरिक्त प्लानिंग

टर्मिनल-2 के बंद होने और शुल्क वृद्धि के कारण यात्रियों को हवाई यात्रा की अतिरिक्त प्लानिंग करनी पड़ सकती है। गर्मी के मौसम में जब हवाई सफर की मांग बढ़ती है, ऐसे समय में किरायों में वृद्धि यात्रियों के बजट को प्रभावित कर सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि नई शुल्क प्रणाली लागू होने के बाद यात्रियों को अपनी यात्रा योजनाओं में बदलाव करने की जरूरत पड़ सकती है।

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