Nuh जिले में ब्रजमंडल यात्रा(Braj Mandal Yatra) को लेकर माहौल गर्म हो गया है। हिंदू संगठनों(Hindu organization) ने नूंह (मेवात) जिले में ब्रजमंडल शोभा यात्रा निकालने की योजना बनाई है। प्रशासन भी इस बार चौकन्ना है, क्योंकि पिछले साल 31 जुलाई 2023 को इसी यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। हिंसा के कई आरोपी अब भी जेल में बंद हैं।
बता दें कि इस बार प्रशासन से अभी तक किसी ने यात्रा के लिए अनुमति नहीं मांगी है, लेकिन विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने शोभा यात्रा निकालने की बात कही है। अग्रवाल महासभा नूंह के जिलाध्यक्ष राजकुमार गर्ग ने बताया कि इस साल भी साधु संत और हिंदू संगठनों के तत्वावधान में मेवात में 22 जुलाई सोमवार को विशाल जलाभिषेक यात्रा निकाली जाएगी। कार्यक्रम की तैयारी शुरू हो गई है। ब्रजमंडल शोभा यात्रा नूंह के प्राचीन शिव मंदिर से शुरू होकर फिरोजपुर झिरका के अरावली में स्थित शिव मंदिर होते हुए पुन्हाना उपमंडल के सिंगार गांव के मंदिर पर जाकर खत्म होती है।

नूंह के डीसी धीरेंद्र खड़गटा का कहना है कि उनके पास अभी तक ब्रजमंडल शोभा यात्रा को लेकर कोई लिखित सूचना नहीं आई है। जैसे ही सूचना या अनुमति मिलेगी, उस पर काम किया जाएगा। नूंह के एसपी विजय प्रताप ने कहा है कि अभी तक अनुमति के लिए कोई सूचना नहीं आई है। अगर यात्रा निकाली जाती है तो प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि शांति और व्यवस्था बनी रहे। उन्होंने कहा कि पिछले साल जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन मेवात का भाईचारा बना रहेगा। प्रशासन इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेगा और निर्णय लेगा।

पिछले साल 15 दिनों तक लागू रहा था कर्फ्यू
पिछले साल हुई नूंह हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से 4 नूंह और 2 गुरुग्राम जिले के थे। इसके अलावा कई लोग घायल हुए थे और सैकड़ों वाहन जला दिए गए थे। इस हिंसा के मामले में पुलिस ने अलग-अलग थानों में करीब 61 मुकदमे दर्ज किए थे, जिनमें यूएपीए भी लगाया गया था। ये मुकदमे 2 होमगार्ड और एक बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या से जुड़े हुए हैं। फिरोजपुर झिरका के कांग्रेस विधायक मामन खान को भी गिरफ्तार किया गया था। हिंसा के दौरान करीब एक सप्ताह तक बाजार बंद रहा और 15 दिन तक कर्फ्यू लागू रहा।

पुलिस पूरी तरह से सतर्क
बड़ी मुश्किल से प्रशासन और जिले के मौजिज लोगों ने हिंसा पर काबू पाया। हिंसा में मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी का नाम भी सामने आया था। उन पर भड़काऊ वीडियो जारी कर हिंसा के लिए उकसाने के आरोप लगाए गए थे। प्रशासन और पुलिस इस बार पूरी तरह सतर्क है और किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। उम्मीद है कि इस साल की यात्रा शांति और सामंजस्य के साथ संपन्न होगी।