Sonipat के गोहाना सिटी थाने में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया(UBI) की एक महिला प्रशासकीय अधिकारी(female administrative officer) अन्नु कुमारी के खिलाफ जालसाजी और अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज(case registered against) हुआ है। यह केस तब सामने आया, जब अन्नु के पति करण रोहिल्ला ने कोर्ट में तलाक के केस के दौरान आरोप लगाया कि अन्नु ने उनकी शादी का फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट(Fake marriage certificate) तैयार कराया है।
बता दें कि पति की ओर से कोर्ट में दावा किया गया कि विवाह के रजिस्ट्रेशन के समय कोई भी असली पंजीयक अधिकारी के सामने उपस्थित नहीं हुआ था और उनकी जगह फर्जी व्यक्तियों को खड़ा किया गया। अन्नु कुमारी और करण रोहिल्ला का विवाह अप्रैल 2019 में असामान्य परिस्थितियों में हुआ था। असल में अन्नु की शादी रोहतक में किसी और व्यक्ति से तय थी, लेकिन शादी से दो दिन पहले यह टूट गई। शादी की सारी तैयारी हो चुकी थी और रिश्तेदारों के दबाव में आनन-फानन में अन्नु की शादी करण रोहिल्ला से कर दी गई। अब अन्नु ने अपने पति से तलाक के लिए कोर्ट में केस दायर किया हुआ है।
गोहाना की SDJM कोर्ट के आदेश पर अन्नु कुमारी और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। करण रोहिल्ला ने कोर्ट में याचिका दायर की थी कि उनकी शादी का प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से तैयार किया गया है। करण रोहिल्ला पानीपत के मॉडल टाउन का रहने वाला है और वर्तमान में पुणे के साईं कॉलोनी, रहतानी के हिमालय अपार्टमेंट में रह रहा है। वहीं अन्नु कुमारी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में प्रशासकीय अधिकारी हैं और वर्तमान में अहमदाबाद में तैनात हैं। वह मूल रूप से सूर्य नगर, गोहाना की रहने वाली हैं।
अन्नु ने तलाक की याचिका की दायर
करण रोहिल्ला ने कोर्ट में दायर याचिका में बताया कि उनका विवाह 21 अप्रैल 2019 को गोहाना की अन्नु कुमारी रोहिल्ला के साथ हिंदू रीति-रिवाज और अनुष्ठान के अनुसार रोहतक में हुआ था। उनका विवाह असामान्य परिस्थितियों में संपन्न हुआ था, क्योंकि अन्नु की शादी किसी और के साथ तय थी, लेकिन शादी से दो दिन पहले वह रिश्ता टूट गया। पारिवारिक मित्रों और रिश्तेदारों के हस्तक्षेप के कारण अन्नु और करण का विवाह उसी दिन संपन्न हुआ, क्योंकि सारी तैयारियां पहले से ही की जा चुकी थीं। शादी के बाद दोनों पुणे में रहने लगे और इस बीच अन्नु ने रोहतक के पारिवारिक न्यायालय में तलाक की याचिका दायर की।
हस्ताक्षरों की भी जालसाजी
करण ने कहा कि शादी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट देख कर उन्हें आश्चर्य हुआ, क्योंकि न तो वह और न ही उनके परिवार के सदस्य कभी भी विवाह रजिस्ट्रार के सामने विवाह को पंजीकृत कराने और विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए उपस्थित हुए थे। उनके पिता और माता के हस्ताक्षरों की भी जालसाजी की गई थी और किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा करके सर्टिफिकेट तैयार कराया गया था। गोहाना सिटी थाना के ASI अजमेर के अनुसार कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने अन्नु कुमारी के खिलाफ IPC की धारा 416, 419, 463, 464, 465, 468, 471, 34, और 120B में केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।