➤डेराबस्सी में गैंगस्टर सुमित बिश्नोई घायल, पुलिस एनकाउंटर
➤राजस्थान में मर्डर केस में वांछित था आरोपी
➤लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है सुमित बिश्नोई
मंगलवार सुबह पंजाब के मोहाली जिले के डेराबस्सी क्षेत्र में एक हाई वोल्टेज पुलिस एनकाउंटर हुआ। इस कार्रवाई में राजस्थान पुलिस को लंबे समय से वांछित और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य सुमित बिश्नोई घायल अवस्था में पकड़ा गया है। एनकाउंटर मोहाली पुलिस और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) के संयुक्त ऑपरेशन के तहत अंजाम दिया गया।
पुलिस को इनपुट मिला था कि गैंगस्टर डेराबस्सी के गुलाबगढ़ रोड स्थित एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस के ऊपर अवैध रूप से संचालित पीजी में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर पीजी को चारों ओर से घेर लिया और सुमित को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया। लेकिन सुमित ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिससे जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई, जो उसके पैर में लगी। घायल सुमित को तुरंत कस्टडी में लेकर अस्पताल पहुंचाया गया।
मौके से पुलिस ने एक पिस्टल भी बरामद की है। इस ऑपरेशन में डीएसपी विक्रमजीत सिंह बराड़ और उनकी टीम ने नेतृत्व किया।
जानकारी के अनुसार, सुमित बिश्नोई ने हाल ही में 18 जुलाई 2025 को राजस्थान में एक बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम दिया था और उसके बाद वह फरार होकर मोहाली के डेराबस्सी क्षेत्र में आकर छिप गया था। इतना ही नहीं, उस पर 18 मार्च 2025 को गंगानगर में एक मर्डर का भी आरोप है।
सुमित का नाम लॉरेंस बिश्नोई गैंग के प्रमुख और सक्रिय सदस्यों में शुमार है। वह राजस्थान, पंजाब समेत कई राज्यों की पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था और उस पर कई संगीन मामलों में केस दर्ज हैं।
इस एनकाउंटर के बाद स्थानीय प्रशासन और खुफिया एजेंसियों ने डेराबस्सी के अन्य पीजी और संदिग्ध स्थानों पर निगरानी बढ़ा दी है। यह ऑपरेशन न केवल एक वांछित अपराधी को पकड़ने में सफल रहा, बल्कि गैंगस्टर नेटवर्क पर लगाम कसने की दिशा में भी महत्वपूर्ण साबित हुआ है।