केंद्र सरकार ने 15 अगस्त को दिए जाने वाले गैलेंट्री अवॉर्ड की लिस्ट जारी की है, जिसमें Haryana के किसी भी पुलिस अधिकारी को वीरता पुरस्कार नहीं दिया गया है। यह राज्य के लिए एक बड़ा झटका है।
हरियाणा सरकार ने गैलेंट्री अवॉर्ड के लिए 3 IPS सहित 6 पुलिस अधिकारियों के नाम प्रस्तावित किए थे। केंद्र सरकार ने इन नामों को यह कहकर खारिज कर दिया कि राज्य ने नाम भेजने में देरी की थी, इसलिए इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता।
वीरता पदक देने की थी तैयारी
इस साल किसानों के दिल्ली कूच को रोकने के लिए हरियाणा-पंजाब के शंभू और जींद के दाता सिंह वाला-खनौरी बॉर्डर पर ड्यूटी निभाने वाले इन अधिकारियों को वीरता पदक देने की तैयारी थी। हरियाणा पुलिस ने इन अधिकारियों के नाम गृह मंत्रालय को भेजे थे, जिसमें अंबाला रेंज के IG सिबास कविराज का नाम भी शामिल था।
अन्य नाम जो प्रस्तावित थे
प्रस्ताव में SP कुरुक्षेत्र जशनदीप सिंह रंधावा का नाम शामिल था, जिन्होंने अंबाला के SP रहते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा DSP नरेंद्र कुमार, DSP रामकुमार, SP सुमित कुमार, और DSP अमित भाटिया के नाम भी इस लिस्ट में थे।
केंद्र सरकार ने क्यों खारिज किए नाम
हरियाणा सरकार ने जिन 3 IPS और 3 HPS अधिकारियों के नाम वीरता पुरस्कार के लिए केंद्र को भेजे थे, उन्हें केंद्र ने खारिज कर दिया। केंद्र ने हाईकोर्ट में दाखिल अपने जवाब में कहा कि इन नामों की सिफारिश देरी से की गई थी। इसी आधार पर हाईकोर्ट ने याचिका को भी खारिज कर दिया।
पंजाब का विरोध
जैसे ही इन अधिकारियों के नामों की सिफारिश हुई, पंजाब में इसका विरोध हुआ। किसानों और नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई। पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस ने जिन नामों की सिफारिश की है, उन पर पुनर्विचार किया जाए। उनका कहना था कि ये अधिकारी शंभू बॉर्डर पर किसानों को दिल्ली जाने से रोकने में शामिल थे, इसलिए किसी भी निर्णय से पहले शंभू में हालात को ध्यान में रखा जाए।