Haryana : हर साल सावन(Sawan) माह में भगवान शिव के भक्त उनका आशीर्वाद लेने के लिए तीर्थयात्रा के रूप में कांवड़ यात्रा(Kanwar Yatra) करते है, जो कि हर वर्ष धूमधाम से आयोजित होती है। जिसको लेकर हर जिले में प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट(administration alert) दिखाई देने लगता हैं, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो। वहीं कांवड़ यात्रा को लेकर सरकार एवं प्रशासन की ओर से कुछ प्रकार की पाबंदी भी लगाई जाती है, परंतु जनता को हर वर्ष उसका अमल होता हुआ नजर नहीं आता।
बता दें कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रद्धालुओं को सावन माह का बेसब्री से इंतजार है, जो कि 22 जुलाई 2024 से शुरू होने वाला हैं। वहीं इस वर्ष की कांवड़ यात्रा 22 जुलाई 2024 को शुरू होगी और 2 अगस्त 2024 को समाप्त होगी। कांवड़ यात्रा को लेकर हरियाणा प्रदेश के हर शहर में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तैयार नजर आ रहा है और अभी से कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। पुलिस ने कांवड़ यात्रा की आड़ में हुडदंग करने वालों पर एक्शन का प्लान भी तैयार कर लिया है। साथ ही कावड़ यात्रियों को सुरक्षित यात्रा के लिए डीजे न बजाने की अपील की है।

इस साल कांवड़ियों को बिना डीजे के ही कांवड़ यात्रा निकालनी होगी। हालांकि हर वर्ष सरकार एवं प्रशासन की ओर से डीजे बजाने पर रोक(DJ banned) लगाई जाती है और कांवड़ियों से आग्रह भी किया जाता हैं, लेकिन सुनवाई रत्तीभर भी नजर नहीं आती। वहीं पुलिस द्वारा भी धार्मिक आस्था को देखते हुए कुछ नहीं कहा जाता। सभी चौक-चौराहों पर पुलिस तैनात नजर आती है, लेकिन वो केवल जाम न लगने की स्थिति पर काम करते हुए अधिक दिखाई पड़ती है।

वाहन का भारी भरकम कटेगा चालान
हरियाणा में कैथल जिले से डीएसपी उमेद सिंह ने बताया कि सिटी थाना में डीजे संचालकों के साथ बैठक की गई है। बैठक में उन्होंने निर्देश देते हुए कहा था कि वो कांवड़ियों को डीजे बजाने की अनुमति न दें। इसके बाद भी अगर वो ऐसा करेंगे, तो पुलिस की ओर से उनकी गाड़ी का भारी भरकम चालान काटा जाएगा और वाहनों को भी अपने कब्जे में ले लिया जाएगा। डीएसपी ने संचालकों से कहा कि सावन के महीने में भारी संख्या में वाहनों पर बड़े-बड़े डीजे लगा दिए जाते है। इससे हादसे का खतरा भी बढ़ जाता है।

डीजे संचालकों ने किया फैसले का विरोध
वहीं डीएसपी के साथ मीटिंग खत्म होते ही बाहर जाकर डीजे संचालकों ने पुलिस के फैसले का विरोध किया और कहा कि प्रशासन का यह फैसला ठीक नहीं है। उन्होंने पहले ही डीजे की बुकिंग कर ली हैं। पिछले चार महीने से काम भी नहीं चल रहा है। ऐसे में अगर कांवड़ियों को डीजे नहीं बजाने दिया गया तो उनका परिवार पालना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उनको डीजे की आवाज को कम रख कर डीजे लगाने की अनुमति दी जाए। डीजे को पूरी तरह से बंद करना ठीक नहीं है।

यूपी में बनेंगे 8 कंट्रोल रूम
हरियाणा के साथ-साथ कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी पुलिस भी पीछे नहीं है, वहां भी तैयारियां जोरो पर है। वही हरिद्वार को दिल्ली से जोड़ने के लिए इस बार आठ कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे, ताकि हरिद्वार से निकलने के बाद दिल्ली तक कांवड़ियों पर नजर रखी जा सकें। सीसीटीवी कैमरों को कंट्रोल रूम और अफसरों के मोबाइल से कनेक्ट किया जाएगा। ट्रैफिक अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश से हरिद्वर जल चढ़ाने आने वाले भक्त गाजियाबाद से होकर वापस जाते हैं, इसलिए भीड़ से बचाव और कावंड़ यात्रियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली-दून हाईवे पर एकल मार्ग व्यवस्था 25 जुलाई से लागू होगी और 27 जुलाई से कांवड़ के सभी मार्गों पर रूट डायवर्जन होगा। एक अगस्त से हाईवे पूर्णतय बंद कर दिया जाएगा।

हेलीकॉप्टर से होगी फूलों की वर्षा
वही मेरठ के डीजीपी ने बताया कि इस बार भी हेलीकॉप्टर से फूलो की वर्षा कर कांवड़ियों का स्वागत किया जाएगा। विशेषकर औघड़नाथ मंदिर, पूजा महादेव मंदिर और दूधेश्वर नाथ मंदिर के परिसर में फूलों की वर्षा लगातार की जाएगी। सुरक्षा के लिए कोई भी ढील नहीं बरती जाएगी और हाईवे पर यातायात व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाएगा वही आमजन को भी कोई परेशानी न हो ऐसी व्यवस्था पुलिस और प्रशासन के अफसर मिलकर बनांएगे। अबकी बार कांवड़ियों को गंगा नदी की पटरी से ही रवाना किया जाएगा। जहां अत्यधिक पुलिस बल तैनात रहेगा, क्योंकि पिछले साल डीजे टकराने पर मेरठ के राली चौहाना में पांच लोगों की मौत हुई थी।