Mahendergarh बाइपास रोड पर स्कूटी और ब्रेजा गाड़ी की टक्कर में अंतरराष्ट्रीय शूटिंग खिलाड़ी मनु भाकर की नानी और मामा की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा इतना भीषण था कि दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
टक्कर के बाद गाड़ी चालक फरार हो गया, जबकि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेजा। मृतकों की पहचान सावित्री (नानी) और युद्धवीर (मामा) के रूप में हुई है। वे मूल रूप से गांव कलाली के रहने वाले थे और अभी चरखी दादरी शहर में रह रहे थे।
यह हादसा ऐसे समय में हुआ है जब मनु भाकर को दो दिन पहले ही राष्ट्रपति से खेल रत्न अवॉर्ड मिला था। पुलिस मौके पर पहुंची और थाना शहर प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मी जांच में जुट गए हैं। मामले की जांच जारी है।
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया है। इस दौरान शहर थाना प्रभारी सहित पुलिस की टीम घटनास्थल पर जांच में जुटी हुई है। मामले की जांच जारी है।
रॉन्ग साइड से तेज गति में आई गाड़ी ने मारी टक्कर
चाचा आनंद ने बताया कि सुबह युद्धवीर अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे और उनकी मां को छोटे बेटे के पास जाना था। मां ने युद्धवीर से कहा था कि वह उसे छोटे बेटे के पास छोड़ आए। लेकिन, घर से केवल 150 मीटर की दूरी पर यह हादसा हो गया। उन्होंने कहा कि गाड़ी रॉन्ग साइड से तेज गति में आ रही थी। घटना के बाद चाचा आनंद ने पुलिस से अपील की है कि इस मामले की सही से जांच की जाए ताकि दोषियों को सजा मिल सके।
खेल रत्न अवॉर्ड से नवाजी गईं मनु भाकर
पेरिस में हुए पिछले ओलिंपिक में भारतीय शूटर मनु भाकर ने शानदार प्रदर्शन किया और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 221.7 पॉइंट्स के साथ पहला ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इसके बाद, उन्होंने 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में अंबाला के शूटर सरबजोत के साथ मिलकर दूसरा ब्रॉन्ज मेडल जीता। इस तरह, मनु भाकर एक ओलिंपिक में 2 मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं।
17 जनवरी को मनु को दिल्ली में राष्ट्रपति द्वारा मेजर ध्यानचंद खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो उनके खेल के प्रति समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रतीक है।