Haryana में पूरे राज्य के अनुबंध(कच्चे) बिजली कर्मचारियों ने करनाल(Karnal) में मुख्यमंत्री के घर(CM residence) के बाहर जोरदार प्रदर्शन कर बवाल खड़ा(Protesters create ruckus) कर दिया। वे मुख्यमंत्री के घर की ओर बढ़ना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने रास्ते में बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया। गुस्साए कर्मचारियों ने बैरिकेड को तोड़(barricades break) दिया। इस दौरान उनकी पुलिस के साथ जमकर धक्का-मुक्की(scuffle after police lathicharge) हुई। पुलिस ने स्थिति को काबू करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कर्मचारी घायल हो गए।
बता दें कि इसके बाद कर्मचारी वहीं धरने पर बैठ गए। सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में ये कर्मचारी करनाल के सेक्टर 12 के पार्क में जमा हो गए थे। यूनियन की सफीदों यूनिट के प्रधान मनीष शर्मा ने बताया कि हम वर्षों से अपनी लंबित मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। आज प्रदेश भर के 17 हजार बिजली विभाग के कच्चे कर्मचारी करनाल पहुंचे थे और अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के घर की ओर जा रहे थे। पुलिस द्वारा उनका रास्ता रोका गया और उन पर लाठीचार्ज किया गया। मनीष शर्मा ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक वे यहां से उठने वाले नहीं हैं।
उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी चेतावनी दी। प्रदेश भर से हजारों की संख्या में बिजली विभाग के कच्चे कर्मचारी करनाल के सेक्टर 12 पहुंचे थे, जिसके चलते शहर की मुख्य सड़कों पर दिन भर जाम लगा रहा। दोपहर के बाद सेक्टर 12 के फव्वारा पार्क से प्रदर्शन करते हुए कर्मचारी प्रेम नगर स्थित मुख्यमंत्री के घर की ओर कूच कर गए।
माल रोड पर बनी जाम की स्थिति
हजारों कर्मचारियों के सड़कों पर उतरने से सेक्टर 12, रोड कल्पना चावला रोड और माल रोड पर जाम की स्थिति बन गई। पुलिस ने ट्रैफिक को डायवर्ट भी किया, लेकिन जाम की स्थिति बनी रही। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि उनकी सरकार से मांग है कि सभी अनुबंधित कर्मचारियों को पॉलिसी बनाकर नियमित किया जाए। इसके अलावा कर्मचारियों को कैशलेस मेडिकल पॉलिसी का लाभ दिया जाए। वहीं साइट पर काम करते समय होने वाली दुर्घटनाओं पर जोखिम भत्ते का प्रावधान किया जाए।
लाठीचार्ज की कड़ी निंदा
कर्मचारियों ने कहा कि वे लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। इस कारण वे मुख्यमंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की वे कड़ी निंदा करते हैं और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे वहां से हटने वाले नहीं हैं। अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को उनकी मांगों को जल्द से जल्द मान लेना चाहिए।
प्रदर्शनकारियों की मांगें स्पष्ट
सभी अनुबंधित कर्मचारियों को स्थायी किया जाए, कैशलेस मेडिकल पॉलिसी दी जाए और काम करते समय होने वाली दुर्घटनाओं पर जोखिम भत्ते का प्रावधान किया जाए। कर्मचारियों ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों को मान लेती है तो वे अपना प्रदर्शन समाप्त कर देंगे, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं।