Haryana में प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने वैट घोटाला(VAT scam) मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के तहत 14 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी(raids at 14 place) की गई है। यह छापेमारी ईडी के चंडीगढ़ जोनल कार्यालय(Chandigarh Zonal Office) द्वारा की गई है। इस घोटाले में हरियाणा सरकार के तीन सिविल सेवा अधिकारियों और कुछ निजी व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं।
बता दें कि वैट (मूल्य वर्धित कर) घोटाला एक ऐसा मामला है, जिसमें सरकार को करों की हानि होती है। घोटाले में व्यापारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचाया जाता है। वैट एक प्रकार का कर है, जो वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री पर लगाया जाता है। घोटाले में शामिल लोग फर्जी बिलों का इस्तेमाल कर कम कर चुकाते हैं और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाते हैं। ईडी की टीमों ने हरियाणा के 14 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। इन स्थानों में सरकारी कार्यालय, निजी आवास और अन्य वाणिज्यिक स्थल शामिल थे।
ईडी की यह कार्रवाई चंडीगढ़ जोनल कार्यालय के निर्देश पर की गई। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं, जिनसे घोटाले के बारे में और जानकारी मिल सकती है। घोटाले में हरियाणा सरकार के तीन सिविल सेवा अधिकारियों के नाम सामने आए हैं। इसके अलावा कुछ निजी व्यक्ति भी इस मामले में शामिल हैं। इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेजों और बिलों का इस्तेमाल कर सरकार को करों की हानि पहुंचाई है। ईडी इन सभी के खिलाफ जांच कर रही है और जल्द ही इनसे पूछताछ की जाएगी।