बॉलीवुड के टैलेंटेड अभिनेता Ranbir Kapoor ने गोवा में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के दौरान अपने दादा Raj Kapoor की फिल्मों के प्रति अपनी भावनाएं जाहिर कीं। उन्होंने बताया कि अगर कभी मौका मिला, तो वह अपने दादा की फिल्मों का रीमेक बनाना पसंद करेंगे।
‘श्री 420’ और ‘जागते रहो’ का खास प्रभाव
रणबीर ने कहा कि ‘श्री 420’ और ‘जागते रहो’ उनके दिल के बहुत करीब हैं। खासतौर पर ‘जागते रहो’ ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया। 1956 में रिलीज हुई इस फिल्म का निर्देशन अमित मैत्रा और सोम्भू मित्रा ने किया था। उन्होंने बताया कि राज कपूर ने सिर्फ 24 साल की उम्र में फिल्म में एक्टिंग, प्रोडक्शन, निर्देशन और एडिटिंग जैसे सभी काम किए थे।
रीमेक पर रणबीर का विचार
रणबीर ने साफ किया कि वह रीमेक बनाने में विश्वास नहीं रखते, लेकिन अगर वह कभी रीमेक बनाएंगे, तो उसमें कुछ अलग करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि एक फिल्म निर्माता को तभी फिल्म बनानी चाहिए, जब उसके पास बताने के लिए एक अनोखी कहानी हो।
‘जग्गा जासूस’ की असफलता पर बोले रणबीर
रणबीर ने अपने प्रोडक्शन वेंचर ‘जग्गा जासूस’ की असफलता का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा “मैंने इसे प्रोड्यूस किया था, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल नहीं रही। निर्देशन से ज्यादा आसान एक्टिंग है, लेकिन एक निर्देशक तभी फिल्म बनाए, जब उसके पास एक मजबूत कहानी हो।”
‘लव एंड वॉर’ की शूटिंग में व्यस्त
रणबीर इन दिनों संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘लव एंड वॉर’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। इस फिल्म में उनके साथ आलिया भट्ट और विक्की कौशल मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे। रणबीर का मानना है कि निर्देशन करने के लिए साहस और अनुभव की जरूरत होती है, जो अभी उनमें पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है।
रणबीर कपूर ने राज कपूर की फिल्मों की गहराई और उनके योगदान की जमकर तारीफ की। वह मानते हैं कि दादा की तरह फिल्मों का निर्माण करना और निर्देशन करना एक बड़ी जिम्मेदारी है, जिसके लिए वह अभी खुद को तैयार नहीं मानते। हालांकि, उन्होंने संकेत दिया कि अगर कभी रीमेक बनाया, तो वह ‘श्री 420’ या ‘जागते रहो’ को प्राथमिकता देंगे।