विक्की कौशल स्टारर फिल्म Chhaava 14 फरवरी, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई और फिल्म ने पहले ही दिन बॉक्स ऑफिस पर 31 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। लक्ष्मण उतेकर द्वारा निर्देशित इस महाकाव्य फिल्म का कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है, और यह उम्मीद की जा रही है कि यह फिल्म जल्द ही 200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेगी।
फिल्म का क्रेज और स्टार कास्ट
फिल्म में विक्की कौशल ने मराठा वॉरियर और छत्रपति शिवाजी के बेटे, महाराज संभाजी का रोल निभाया है। रश्मिका मंदाना ने महारानी येशुबाई भोंसले, अक्षय खन्ना ने औरंगजेब, विनीत कुमार सिंह ने कवि कलश, और दिव्या दत्ता ने सोयाराबाई भोंसले का किरदार निभाया है।
कवि कलश का किरदार और उनका महत्व
विनीत कुमार सिंह द्वारा निभाए गए कवि कलश का किरदार खासा चर्चा में आया है। शुरुआत में, फिल्म को लेकर कुछ विवाद थे और कुछ शुरुआती रिव्यू में इसकी कहानी को लेकर आलोचनाएं भी आई थीं। लेकिन जैसे ही फिल्म के क्लाइमेक्स की कुछ छोटी-छोटी क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, लोगों ने विनीत कुमार सिंह और विक्की कौशल के अभिनय की तारीफ शुरू कर दी।
क्लाइमेक्स सीन: कवि कलश और महाराज संभाजी के बीच काव्यात्मक संवाद
फिल्म के क्लाइमेक्स सीन में कवि कलश और छत्रपति संभाजी महाराज के बीच एक भावनात्मक काव्यात्मक संवाद दर्शकों का दिल छू गया। जब कवि कलश मौत के सामने खड़ा होकर कहता है, “जा रहे हैं। आपके शत्रु के चोट पर लगना। हमने कहा था हम नमक हैं महाराज”, तो जवाब में महाराज संभाजी कहते हैं, “तुम नमक नहीं चंदन हो कवि। तुम तिलक हमारे माथे का।” यह सीन इतना प्रभावशाली था कि कई दर्शक इसे देखकर रो पड़े।
कवि कलश कौन थे?
छावा फिल्म में विनीत कुमार सिंह द्वारा निभाया गया किरदार कवि कलश छत्रपति संभाजी महाराज के सबसे करीबी दोस्तों में से एक था। रिपोर्टों के अनुसार, कवि कलश एक जिम्मेदार और कुशल प्रशासक और योद्धा भी थे, जिन्होंने संभाजी महाराज के शासनकाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
साल 1684 में रायगढ़ किले के पास एक भीषण युद्ध के दौरान, कवि कलश ने शहाबुद्दीन खान को हराया था। उनकी कवि की अद्भुत कला को देखते हुए, संभाजी महाराज ने उन्हें चंदोगामात्य (Poet Laureate) की उपाधि दी थी।
लेकिन, जब औरंगजेब की सेना ने छत्रपति संभाजी महाराज और कवि कलश को पकड़ लिया, तो औरंगजेब ने उन्हें इस्लाम कुबूल करने के लिए मजबूर किया। कवि कलश और संभाजी महाराज ने इसे अस्वीकार किया और इसके परिणामस्वरूप उन्हें शहीद कर दिया गया।
कवि कलश का जीवन और उनका बलिदान मराठा इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और फिल्म छावा में विनीत कुमार सिंह ने इस किरदार को जीवंत कर दिया है।