➤ HKRN के 5 साल से कम अनुभव वाले कर्मियों पर संकट
➤ रोहतक सिंचाई विभाग में 10 कर्मचारियों को हटाने का आदेश
➤ कर्मचारियों में खलबली, सेवा सुरक्षा गारंटी पर उठे सवाल
हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के तहत काम कर रहे हजारों कर्मचारियों की नौकरी पर संकट गहराता दिख रहा है। रोहतक सिंचाई विभाग ने हाल ही में आदेश जारी कर क्लास-सी के 8 और ग्रुप-डी के 2 कर्मचारियों को नौकरी से हटाने के निर्देश दिए हैं।
आदेश में साफ लिखा गया है कि 5 साल से कम सेवा अनुभव वाले HKRN कर्मियों को रिलीव किया जा रहा है। यह फैसला फर्स्ट इन-फर्स्ट आउट प्रिंसिपल पर लिया गया है। हटाए गए कर्मचारियों में ड्राइवर, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर कम पंप ऑपरेटर, टेलीफोन ऑपरेटर, कारपेंटर, फील्डमैन और स्वीपर कम चौकीदार शामिल हैं।
हालांकि सरकार ने पहले घोषणा की थी कि HKRN कर्मियों की नौकरी को सेवा सुरक्षा गारंटी के तहत सुरक्षा दी जाएगी, लेकिन इस गारंटी का लाभ सिर्फ उन्हीं को मिलेगा जिन्होंने कम से कम 5 साल की सेवा पूरी कर ली हो। इसी वजह से कम अनुभव वाले कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटक गई है।
रोहतक सिंचाई विभाग के XEN राजेश भारद्वाज ने कर्मियों को हटाने की पुष्टि करते हुए कहा कि इन्हें अस्थायी तौर पर वेकेंट पोस्टों पर लगाया गया था, लेकिन अब वहां स्थाई कर्मचारी आ चुके हैं। आगे की कार्रवाई सरकार के आदेशों पर निर्भर करेगी।
प्रदेश में फिलहाल करीब 1.20 लाख कर्मचारी HKRN के तहत काम कर रहे हैं, लेकिन इनमें से कितने 5 साल से कम अनुभव वाले हैं, इसका आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। रोहतक में कर्मियों को हटाए जाने के बाद अब प्रदेशभर में HKRN कर्मचारियों में खलबली मच गई है।