- बद्दी के असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर निशांत सरीन के घर ईडी का छापा, तीन राज्यों में एक्शन
- ADC सरीन, ससुर रमेश गुप्ता और सहयोगी कोमल खन्ना के ठिकानों पर PMLA के तहत रेड
- 2019 में हुई गिरफ्तारी, अब मनी लॉन्ड्रिंग के बड़े नेटवर्क की खुल रही परतें
हिमाचल प्रदेश/हरियाणा: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रविवार को भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के एक हाई-प्रोफाइल केस में बड़ी कार्रवाई करते हुए हिमाचल, पंजाब और हरियाणा के विभिन्न शहरों में पाँच ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी हिमाचल के बद्दी में तैनात रहे असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर (ADC) निशांत सरीन, उनके ससुर रमेश कुमार गुप्ता और कथित सहयोगी कोमल खन्ना के आवासीय और वाणिज्यिक परिसरों पर की गई।
सूत्रों के मुताबिक, निशांत सरीन ने बद्दी में अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी पद का दुरुपयोग किया और दवा कंपनियों से अवैध रूप से रिश्वत ली। ED की यह छापेमारी PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत की गई है, जो कि पहले से दर्ज हिमाचल प्रदेश पुलिस के स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो (SV&ACB) की प्राथमिकी पर आधारित है।
इससे पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी:
जानकारी के अनुसार, निशांत सरीन को 11 सितंबर 2019 को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 25 अक्टूबर 2019 को जमानत मिल गई और 2024 में फिर से धर्मशाला में ADC पद पर तैनात किया गया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 11 और IPC की धारा 201 के तहत चार्जशीट दाखिल की गई थी। सहयोगी कोमल खन्ना पर धारा 12 के तहत आरोप तय हुए हैं।
ED अब इस पूरे नेटवर्क की आर्थिक लेनदेन, संपत्तियों की खरीद, और राजनीतिक संरक्षण से जुड़े पहलुओं की भी जांच कर रही है। इस मामले में जल्द ही पूछताछ और संपत्ति जब्ती की कार्रवाई भी हो सकती है।