फतेहाबाद : विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर फतेहाबाद के गांव समैन पहुंचे पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली को ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा। मंत्री के पहुंचने से पहले ग्रामीण कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर काले झंडे लेकर खड़े हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। वहीं प्रशासन द्वारा विरोध की आशंका को देखते हुए भारी पुलिस बल पहले से ही यहां तैनात कर दिया गया था। कार्यक्रम में जाने वाले हर व्यक्ति की चेकिंग की जा रही थी। जैसे ही मंत्री बबली कार्यक्रम में पहुंचे तो नारेबाजी तेज हो गई और मंत्री को काले झंडे दिखाने शुरू कर दिए।
बता दें कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के कार्यक्रम जिलेभर में हो रहे हैं। हर खंड के गांवों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आज समैन गांव में कार्यक्रम हो रहा है। सरकार व मंत्री का सालभर से विरोध कर रहे सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रणबीर सिंह गिल समैन गांव के ही सरपंच हैं। जब से सरपंचों का आंदोलन शुरू हुआ है, तभी से वे यह लगातार कहते आए हैं कि मंत्री बबली उनके गांव में न आए। कुछ माह पहले भी जब मंत्री बबली का किसी ग्रामीण द्वारा स्वागत समारोह गांव में रखा गया था, तो उसका विरोध शुरू हो गया था और कार्यक्रम को दूसरी जगह स्थानांतरित करना पड़ा था। आज फिर गांव में बबली के पहुंचने पर विरोध हो गया।

कुछ लोग होना चाहते है हर समय हाईलाइट
वहीं पंचायत मंत्री देवेंंद्र बबली ने विरोध को लेकर कहा कि कुछ लोग अपने आप को हर समय हाईलाइट करना चाहते हैं। लेकिन विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान यह राजनीति नहीं होनी चाहिए। विकास मोदी की गारंटी है, यदि कोई मुद्दा है तो संविधान ने आवाज उठाने का हक दिया है, लेकिन इस प्रकार दबंगता न दिखाएं। गांव को विकास के मामले में आगे बढ़ाएं, गांव समैन में पहले से ही ढाई करोड़ आया हुआ है और जल्द ही तीन करोड़ और आने हैं, इसलिए विकास को रोकना सही बात नहीं है।

मंत्री के बहिष्कार का पहले ही ऐलान किया हुआ है
मंत्री बबली का विरोध करने पहुंचे सरपंच रणबीर गिल ने कहा कि यह पंचायत मंत्री का विरोध है और पूरे हरियाणा में पंचायती राज को बचाने के लिए सरपंच आंदोलनरत हैं। मंत्री के बहिष्कार का पहले ही ऐलान किया हुआ है। उन्होंने कहा कि मंत्री बबली का पंचायती राज का सत्यानाश करने में अहम योगदान है। उन्होंने मंत्री बबली को चोर बताते हुए कहा कि पूरे टोहाना हलके के पैसे को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ सरपंचों को डरा धमका कर उनके साइन करवाकर इस्टीमेट बनाए जा रहे हैं और अपने चहेतों को टैंडर दे रहे हैं। साथ ही स्कूलों में ऐसे कार्यक्रम रखकर सरकार अपना प्रचार कर रही है और बच्चों की पढ़ाई खराब करवा रही है। बच्चों को कार्यक्रम दिखाकर यह प्रचारित किया जाता है कि कार्यक्रम में काफी भीड़ थी।