➤ लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के अस्पताल में ली अंतिम सांस
➤ निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे और लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थे। उन्हें 11 मई को तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्होंने दोपहर 1:20 बजे अंतिम सांस ली। मलिक ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के समय जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के तौर पर बड़ी भूमिका निभाई थी और उस समय की प्रशासनिक जटिलताओं को कूटनीतिक ढंग से संभाला था।
वह एक वरिष्ठ नेता थे और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रहे। सत्यपाल मलिक ने बिहार, गोवा और मेघालय जैसे राज्यों के राज्यपाल के रूप में भी सेवाएं दी थीं। उनके बोल्ड और बेबाक बयानों के लिए उन्हें खासा जाना जाता था। उनके निधन की खबर से पूरे राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत अनेक दिग्गज नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है।
उनका अंतिम संस्कार उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में स्थित उनके पैतृक गांव में किया जाएगा। वहां पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोगों के जुटने की संभावना है। मलिक का राजनीतिक सफर विवादों, सिद्धांतों और जनहित के मुद्दों से जुड़ा रहा। उन्हें उनके स्पष्टवादी रवैये और जनता से जुड़े मुद्दों पर सख्त रुख के लिए याद किया जाएगा।