➤डॉ. गौरव श्रीवास्तव का निगम पार्षद पद से इस्तीफा
➤भाजपा के खेमों में नाराजगी और हाईकमान का दबाव
➤जिला अध्यक्ष दुष्यंत भट्ट को लगा बड़ा झटका
पानीपत नगर निगम की राजनीति अचानक नए मोड़ पर पहुंच गई है। डॉ. गौरव श्रीवास्तव, जिन्हें हाल ही में नगर निगम में मनोनीत पार्षद बनाया गया था, ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले उन्होंने शक्ति प्रदर्शन करते हुए शपथ ग्रहण की थी।
डॉ. गौरव के मनोनयन के समय से ही भाजपा के भीतर असंतोष की खबरें सामने आने लगी थीं। पार्टी के एक बड़े खेमे, जिसमें पानीपत जिले के एक विधायक और एक मंत्री भी शामिल बताए गए थे, ने उनके मनोनयन पर नाराजगी जताई थी। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान भी यह नाराजगी साफ दिखाई दी, जब नाराज विधायक और मंत्री कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।
भाजपा जिला अध्यक्ष दुष्यंत भट्ट ने उस समय मीडिया के सामने आकर कहा था कि अधिसूचना जारी हो चुकी है और डॉ. गौरव हर हाल में शपथ लेंगे। डॉ. गौरव ने शपथ तो ले ली, लेकिन राजनीतिक हलकों में नाराज नेताओं की गैरमौजूदगी को लेकर चर्चाएं और तेज हो गईं।
अब अचानक उनका इस्तीफा सामने आने से भाजपा की अंदरूनी खींचतान खुलकर उजागर हो गई है। सूत्रों के अनुसार, भाजपा हाईकमान ने पुराने कार्यकर्ताओं की नाराजगी को शांत करने और पार्टी में संतुलन बनाए रखने के लिए यह इस्तीफा दिलवाया है। डॉ. गौरव ने भी बयान दिया कि पार्टी ने जो सम्मान दिया था, उसे उन्होंने सहसम्मान वापस लौटा दिया।
यह इस्तीफा भाजपा जिला अध्यक्ष दुष्यंत भट्ट के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि उनके सार्वजनिक आश्वासन और शक्ति प्रदर्शन के बाद भी डॉ. गौरव को पद छोड़ना पड़ा। इससे साफ है कि पानीपत नगर निगम की राजनीति में आने वाले दिनों में और हलचल देखने को मिलेगी।