Milk Price Increased : हाल ही में मदर डेयरी और अमूल दूध के दाम बढ़ा दिए थे। अब एक और झटका देने वाली खबर सामने आ गई है। कर्नाटक मिल्क फेडरेशन ने नंदिनी दूध की कीमत में 2.10 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। जो आज से लागू हो गया है। कीमत में बढ़ोतरी से दूध की खरीद पर 2.10 रुपये लीटर की अतिरिक्त लागत आएगी, जिसका असर पूरे राज्य में घरों पर पड़ेगा।
नंदिनी दूध के प्रत्येक पैकेट में अब 50 मिली लीटर अधिक दूध होगा, ताकि ग्राहकों को बेहतर मूल्य मिल सके। उदाहरण के लिए, एक मानक आधा लीटर के पैकेट में अब 550 मिली लीटर दूध होगा, जिससे उपभोक्ताओं को मूल्य वृद्धि के बावजूद मात्रा में मामूली वृद्धि मिलेगी। दूध की कीमत में बढ़ोतरी के बावजूद, दही और कई डेयरी उत्पादों की कीमत वही रहेगी। अध्यक्ष भीमानायक ने उपभोक्ताओं को आश्वासन दिया कि अन्य डेयरी उत्पादों की दरें अपरिवर्तित रहेंगी।
27 लाख दूध उत्पादकों वाले बोर्ड ने उपभोक्ताओं पर न्यूनतम प्रभाव सुनिश्चित करने और डेयरी किसानों के लिए उचित मुआवजा बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। अध्यक्ष भीमनायक ने इन बदलावों के बीच गुणवत्ता और आपूर्ति बनाए रखने की बोर्ड की क्षमता पर भरोसा जताया।
ये है नंदिनी दूध की नई कीमतें
- नीला पैकेट दूध (टोंड दूध): 42 रुपये से 44 रुपये
- नीला पैकेट (होमोजीनाइज्ड टोंड दूध): 43 रुपये से 45 रुपये
- नारंगी पैकेट वाला दूध (होमोजेनाइज्ड गाय का दूध): 46 से 48 रुपये
- ऑरेंज स्पेशल दूध: 48 रुपये से 50 रुपये
- शुभम दूध: 48 से 50 रुपये
- समृद्धि दूध: 51 रुपये से 53 रुपये
- शुभम (होमोजेनाइज्ड टोंड मिल्क): 49 रुपये से 51 रुपये
- शुभम गोल्ड मिल्क: 49 रुपये से 51 रुपये
- शुभम डबल-टोन्ड दूध: 41 रुपये से 43 रुपये
आखिर क्यों बढ़ाएं नंदिनी दूध के दाम?
इस मूल्य वृद्धि से कर्नाटक भर के परिवार प्रभावित होंगे, लेकिन किसानों को उचित मुआवजा देने तथा उपभोक्ताओं के हितों के बीच संतुलन बनाने के लिए बोर्ड के लिए यह एक आवश्यक कदम है। इससे पहले 3 जून को अमूल दूध की कीमतों में बढ़ोतरी हुई थी। इसके तहत देशभर में अमूल दूध के दाम 2 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ गए हैं। अब अमूल गोल्ड का 500ML की कीमत 32 रुपए से बढ़कर 33 रुपए हो गया है। वहीं, मदर डेयरी ने भी दूध महंगा कर दिया है। अब मदर डेयरी के फुल क्रीम दूध के लिए अब आपको अपनी जेब से ज्यादा पैसे भरने पड़ेंगे। कीमतों में 2 रुपये का इजाफा किया गया है। दाम बढ़ने की वजह उत्पाद लागत में इजाफा है।