Narnaul कोर्ट परिसर में आज हुई एक खौफनाक घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। तारीख पर आए सुरानी गांव के सोनू पर अज्ञात युवकों ने चाकू और पेंचकस से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस हमले में सोनू गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसकी नाजुक हालत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
हमले के पीछे आपसी रंजिश का शक
प्रारंभिक जांच में यह मामला आपसी रंजिश का बताया जा रहा है। सोनू कोर्ट परिसर में वकीलों के चैंबर से कोर्ट की ओर बढ़ ही रहा था कि घात लगाए हमलावरों ने अचानक हमला कर दिया। घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
वकीलों में उबाल: सुरक्षा पर उठे सवाल

इस घटना ने कोर्ट परिसर में मौजूद वकीलों को भड़का दिया। नारनौल बार एसोसिएशन के प्रधान मंजीत यादव ने इसे सुरक्षा की बड़ी चूक करार दिया। उन्होंने कहा, “यदि कोर्ट परिसर में भी इंसान सुरक्षित नहीं, तो आम जनता का क्या हाल होगा?” वकीलों ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सुरक्षा कड़े करने की मांग की।
पिछले झगड़ों की गूंज फिर तेज
यह पहली बार नहीं है जब नारनौल कोर्ट परिसर में हिंसा हुई हो। 4 महीने पहले भी यहां 2 गुटों में मारपीट हुई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। अब इस घटना ने परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
दो पक्षों के झगड़े में फंसा कोर्ट का माहौल
घायल सोनू के वकील अजय चौधरी ने बताया कि मामला अटेली थाने से जुड़ा है, जहां दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ क्रॉस केस दर्ज कर रखा है। आज कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए और एक पक्ष ने सोनू पर चाकुओं से हमला कर दिया।

प्रशासन पर उठे सवाल
प्रशासन की ओर से फिलहाल हमलावरों की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि कोर्ट परिसर जैसी जगह पर हुई इस घटना को लेकर गहन जांच की जाएगी। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है और न्यायालय परिसर में आम नागरिक की सुरक्षा को लेकर एक गंभीर चेतावनी देती है।