Sonipat के मॉडल टाउन निवासी विनोद चौधरी से साइबर ठगों ने डिजीटल अरेस्ट वारंट का भय दिखाकर 1 करोड़ 78 लाख 55 हजार रुपये ठग लिए। ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी की धमकी दी।
6 नवंबर को विनोद को एक अज्ञात नंबर से कॉल आई, जिसमें उसे बताया गया कि उसका नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस (Case No. 2212186) में दर्ज है। इसके बाद व्हाट्सऐप पर फर्जी एफआईआर और अरेस्ट वारंट भेजा गया। ठगों ने विनोद और उसकी पत्नी को लगातार धमकाते हुए उनकी बैंक डिटेल्स मांगी।
होटल में रुकने को मजबूर किया गया
ठगों ने विनोद को 17 नवंबर को अपनी पत्नी के साथ होटल में रुकने को कहा। उसे कैमरा ऑन रखने और लाइव रहने की भी हिदायत दी गई। 14 से 20 नवंबर के बीच विनोद ने ठगों के निर्देश पर कई खातों में आरटीजीएस के जरिए कुल 1.78 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए।
लगातार धमकियां और कॉल्स का सिलसिला जारी
विनोद ने बताया कि 12 नवंबर से उन्हें लगातार कॉल्स आ रही थीं। ठगों ने सुरक्षा का हवाला देकर उन्हें होटल में रुकने को मजबूर किया और हर ट्रांसफर की डिटेल्स मांगी।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
साइबर थाना सोनीपत के एएसआई कुमार ने बताया कि विनोद चौधरी की शिकायत पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ठगों के बैंक खातों और कॉल डिटेल्स के आधार पर आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।