हरियाणा के बहादुरगढ़ में पूर्व विधायक एवं इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रहे नफे सिंह राठी हत्याकांड में सीबीआई ने मंगलवार को बहादुरगढ़ के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में एफआईआर में नामजद आरोपियों से पूछताछ की। सीबीआई ने आरोपियों के पासपोर्ट नंबर और बैंक अकाउंट डिटेल ली है। यही नहीं आरोपियों को देश छोड़कर बाहर न जाने की हिदायत दी है।
सीबीआई ने साफ कहा कि वह मामले में पूछताछ के लिए आरोपियों को दोबारा बुला सकती है। सूत्रों का दावा है कि सीबीआई को इस मामले में कई अहम सुराग मिले हैं, जल्द ही हत्याकांड का खुलासा हो सकता है। सीबीआई की टीम ने बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, नगर परिषद की चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष कर्मबीर राठी, उनके बेटे कमल के अलावा पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार और स्व. जगदीश नंबरदार के बेटे गौरव और राहुल को पूछताछ के लिए बुलाया। इन सभी से ढाई घंटे से ज्यादा समय तक सीबीआई ने पूछताछ की। सभी को हिदायत दी है कि वह देश छोड़कर कहीं न जाएं। उनके विदेश जाने पर रोक लगाई गई है।
वहीं एफआईआर में नामजद पूर्व विधायक नरेश कौशिक, रमेश राठी और सतीश नंबरदार का कहना है कि उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। पुलिस ने उनसे जो भी सवाल पूछे उनका उन्होंने जवाब दे दिया है। सभी का यह भी कहना है कि वह स्वयं चाहते हैं कि इस मामले में जल्द से जल्द कोई खुलासा हो, ताकि मामले का असली आरोपी पकड़ा जा सके।
गौरतलब है कि 25 फरवरी की शाम चार हमलावरों ने नफे सिंह राठी की फॉर्च्यूनर गाड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी। इस वारदात में नफे सिंह राठी और उनके समर्थक जयकिशन दलाल की मौत हो गई थी। उनके सुरक्षाकर्मी और ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में पुलिस ने दो हमलावरों को गोवा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी।
वहीं हमलावरों को गाड़ी मुहैया करवाने वाले धर्मेंद्र निवासी बिजवासन को भी गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन इस मामले में दो हमलावर अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इतना ही नहीं गैंगस्टर नंदू ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी। इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले असली साजिशकर्ता के नाम का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है।