Delhi विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को प्रचार का आखिरी दिन था, और AAP, भाजपा, कांग्रेस के नेताओं ने जमकर जनसंपर्क किया। इस दौरान दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी की जीत का दावा करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी को 55 सीटें मिलेंगी।
केजरीवाल का दावा: 55 सीटें, महिलाओं की मदद से 60 तक जा सकती हैं सीटें
केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “मेरे अनुमान के मुताबिक, आम आदमी पार्टी को 55 सीटें मिलेंगी, लेकिन अगर महिलाएं जोर लगाकर सभी वोट करने जाएं और अपने घर के पुरुषों को भी आम आदमी पार्टी को वोट देने के लिए प्रेरित करें, तो 60 से ज्यादा सीटें भी आ सकती हैं।”
EVM पर आशंका जताते हुए दिया सुझाव
केजरीवाल ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्हें जानकारी मिली है कि भाजपा EVM के जरिए 10% वोटों में गड़बड़ी कर सकती है। उन्होंने कहा, “हमें हर जगह 10% से ज्यादा की बढ़त हासिल करनी होगी। अगर हम 15% की बढ़त बनाते हैं, तो हम 5% से जीत सकते हैं।”
EVM गड़बड़ी से बचने के लिए तैयारियां
केजरीवाल ने आगे कहा कि EVM से छेड़छाड़ से बचने के लिए पार्टी ने एक वेबसाइट बनाई है। उन्होंने बताया, “महाराष्ट्र और हरियाणा चुनावों से सबक लेते हुए हमने यह तय किया है कि 5 फरवरी की रात तक हम हर पोलिंग बूथ के 6 डिटेल्स अपलोड करेंगे, ताकि मशीनों से किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना को नकारा जा सके। अगर काउंटिंग के दिन कोई गड़बड़ी होती है, तो आप सीधे तौर पर नंबरों का मिलान कर सकते हैं।”
चुनाव की अहमियत
दिल्ली विधानसभा चुनावों में यह तकरार प्रचार के आखिरी दिन भी जारी रही, और नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के पक्ष में वोट की अपील की। AAP ने महिला वोटरों को खास तौर पर उत्साहित करने की कोशिश की, जबकि भाजपा और कांग्रेस ने भी जनता से अपनी योजनाओं को लेकर समर्थन की उम्मीद जताई।
प्रधानमंत्री मोदी का AAP पर हमला: बच्चों के भविष्य से खेल रही है दिल्ली सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली में छात्रों के साथ ‘परीक्षा पर चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अपनी इमेज को सुधारने के लिए बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।
PM मोदी ने कहा, “मैंने सुना है कि दिल्ली में AAP सरकार बच्चों को 9वीं कक्षा के बाद आगे नहीं जाने देती। केवल उन्हीं बच्चों को आगे जाने दिया जाता है, जिनकी पास होने की गारंटी होती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार का उद्देश्य सिर्फ अपनी इमेज को बचाना है। अगर छात्रों का रिजल्ट खराब आता है, तो इससे सरकार की छवि पर नकारात्मक असर पड़ेगा। इसके चलते, AAP सरकार ने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है।
PM मोदी के इस बयान ने दिल्ली सरकार की शिक्षा नीतियों पर सवाल खड़ा कर दिया है और इसके संभावित असर को लेकर चर्चा तेज कर दी है।