➤ हरियाणा सरकार की भर्तियों को लेकर विज का बड़ा बयान, कहा- फोन कॉल से की जा रही सिफारिशें
➤ मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर और चीफ इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर की पोस्ट पर दबाव
➤ मंत्री और सीनियर अफसर भी कर रहे फोन, विज बोले- पारदर्शिता से होगी नियुक्ति
हरियाणा की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था में भर्तियों को लेकर सिफारिशों का खेल फिर सुर्खियों में है। राज्य के वरिष्ठ मंत्री अनिल विज ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर और बिजली निगम में चीफ इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर की नियुक्तियों के लिए मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों तक से सिफारिशी फोन आ रहे हैं।
विज ने कहा कि उन्हें इन पदों को लेकर लगातार फोन कॉल्स मिल रहे हैं, जिनमें खास नामों की पैरवी की जा रही है। उन्होंने इशारों में यह भी जताया कि किस प्रकार राजनीतिक प्रभाव और अफसरशाही का दबाव भर्तियों में निष्पक्षता को प्रभावित करने की कोशिश करता है।
ट्रांसपोर्ट विभाग में मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (MVI) की पोस्ट लंबे समय से खाली हैं और इन्हें भरने की प्रक्रिया में सरकार सक्रिय है। लेकिन जैसे ही चयन प्रक्रिया का दौर शुरू हुआ, सिफारिशों का दबाव भी शुरू हो गया। वहीं, बिजली विभाग में चीफ इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर की नियुक्ति को लेकर भी ऐसे ही कॉल आ रहे हैं।
अनिल विज, जो खुद स्वतंत्रता से फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं, ने दो टूक कहा कि “हम सिफारिशों से नहीं, नियमों से चलेंगे। नियुक्तियां पारदर्शिता के साथ होंगी, चाहे कितनी भी सिफारिशें क्यों न आएं।”
यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्षता को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं। कई बार पेपर लीक, भाई-भतीजावाद और राजनीतिक हस्तक्षेप जैसे आरोप लगे हैं। अब विज के इस बयान ने इस बात की पुष्टि की है कि दबाव की संस्कृति आज भी सिस्टम को भीतर से घुन की तरह खा रही है।
पारदर्शिता और मेरिट आधारित सिस्टम की मांग कर रहे युवा अब विज के इस बयान के बाद सकारात्मक उम्मीदें कर सकते हैं। हालांकि यह देखना होगा कि सरकार इस कथित दबाव को किस हद तक रोकने में कामयाब होती है।