- CET-2025 आवेदन में फर्जी पोर्टल बनाकर युवाओं से ठगी करने वाले पांच आरोपी गिरफ्तार
- क्यूआर कोड के जरिए ली गई 22 हजार रुपये की फर्जी फीस, अब तक 77 लोग बने शिकार
- हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग और पंचकूला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में खुलासा
Haryana Police Action: हरियाणा में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET-2025) के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर युवाओं से पैसे ठगने वाले पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये आरोपी हरियाणा के अलग-अलग जिलों और गोरखपुर से ताल्लुक रखते हैं। फर्जी पोर्टल बनाकर इन लोगों ने अब तक 77 युवाओं से करीब 22 हजार रुपये की फीस वसूल की। आरोपियों ने रजिस्ट्रेशन के नाम पर छात्रों से जरूरी जानकारी लेकर क्यूआर कोड के जरिए भुगतान करवाया और उन्हें एक फर्जी रसीद थमा दी। मामले का खुलासा 4 जून को दर्ज की गई शिकायत के आधार पर हुआ।
पंचकूला पुलिस और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में इस साइबर ठगी के पूरे मामले की जानकारी साझा की। आयोग के सदस्य भूपेंद्र चौहान ने बताया कि छात्रों की शिकायतों के बाद आयोग ने तुरंत संज्ञान लिया और पंचकूला साइबर थाना सेक्टर-20 में केस दर्ज करवाया। पुलिस ने तत्परता से काम करते हुए मात्र तीन दिन में आरोपियों को पकड़ लिया। गिरफ्तार किए गए लोगों में तीन गोरखपुर के रहने वाले हैं, जबकि एक-एक आरोपी फतेहाबाद और कुरुक्षेत्र से हैं। इनकी उम्र 25 से 40 साल के बीच बताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार, 29 मई को इन लोगों ने CET से जुड़ी एक फर्जी वेबसाइट बनाई थी, जो हूबहू असली वेबसाइट जैसी लग रही थी। छात्रों को भ्रम में डालने के लिए उसमें एक क्यूआर कोड भी जोड़ा गया था। फर्जी वेबसाइट और कोड को अब बंद कर दिया गया है। पुलिस जांच कर रही है कि यह कोई संगठित गैंग है या पहली बार इस तरह की साइबर ठगी को अंजाम दिया गया है। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी टेक्निकल रूप से दक्ष हैं और पहले भी ऐसे प्रयासों में शामिल हो सकते हैं।
फिलहाल पुलिस ने अधिक जानकारी साझा करने से मना किया है और कहा है कि जांच पूरी होने के बाद ही पूरे नेटवर्क और इसकी गहराई के बारे में जानकारी दी जाएगी।