Copy of Copy of Copy of Copy of हरियाणा पंजाब और चंडीगढ़ में आज शाम इतनी देर रहेगा ब् लैकआउट मॉक ड्रिल 3

70 साल लिव-इन में रहकर की शादी: 95 साल का दूल्हा, 90 की दुल्हन

देश
  • राजस्थान के डूंगरपुर में 70 साल लिव-इन में रहने के बाद 95 साल के बुजुर्ग ने 90 साल की पार्टनर से रचाई शादी
  • 8 बच्चों और पोते-पोतियों की मौजूदगी में खुली जीप से निकली बारात, बैंड-बाजे और नाच-गाने के साथ हुआ विवाह
  • 4 बच्चे और 2 बहुएं सरकारी नौकरी में, गांव में खिले खुशी के रंग – लिव-इन का ऐसा प्यार अब शादी में बदला

राजस्थान के डूंगरपुर जिले के एक छोटे से गांव ने वो कर दिखाया, जिसकी गूंज अब पूरे देश में हो रही है। जहां लोग साल-दो साल के लिव-इन में ही रिश्ते तोड़ देते हैं, वहीं 95 साल के रामाभाई अंगारी और 90 साल की जीवली देवी ने 70 साल लिव-इन में बिताकर अब विधिवत शादी कर ली। और ऐसा सिर्फ चुपचाप नहीं हुआ, बल्कि ढोल-नगाड़े, बैंड-बाजे और गांवभर की खुशी के साथ!

जी हां, इस अनोखी शादी में दूल्हा-दुल्हन खुले जीप में बिंदौरी निकालते हुए गांव के हर गली से गुजरे। बच्चे, पोते और रिश्तेदार बारात में नाचते हुए शामिल हुए। गांववालों को खिलाया गया शानदार खाना और हर चेहरा मुस्कुराहट से भरा दिखा।

चार बेटे, चार बेटियां, और फिर शादी!

Whatsapp Channel Join

रामाभाई और जीवली देवी के 8 बच्चे हैं – चार बेटे और चार बेटियां। दिलचस्प ये कि इनमें से चार बच्चे सरकारी नौकरी में हैं, और तो और दो बहुएं भी सरकारी मुलाज़मत में हैं। बच्चों ने जब अपने माता-पिता को शादी के बंधन में बंधते देखा, तो वो पल सिर्फ भावुक नहीं, इतिहास सा लग रहा था। कोई कह रहा था “अब तो इस रिश्ते पर मोहर लग गई” तो कोई मुस्कुराकर बोल उठा, “सच में प्यार की जीत हुई”।

लिव-इन से शादी तक – देश में छिड़ी बहस

आज जब देश में लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर बहस चल रही है कि यह सही है या गलत, सामाजिक है या असामाजिक, तो डूंगरपुर के इस कपल ने एक नई मिसाल पेश की है। बिना शादी के सात दशक साथ निभाने के बाद जब बच्चे बड़े हुए, खुद उन्होंने अपने माता-पिता की शादी करवाई। न कोई कोर्ट-कचहरी, न ही विवाद – बस एक जज़्बा, जो अब सुर्खियों में है।

लिव-इन का मतलब क्या होता है?

लिव-इन रिलेशनशिप वो रिश्ता होता है जिसमें दो लोग बिना शादी के एक साथ रहते हैं, पति-पत्नी की तरह। भारत में इसे अभी पूरी तरह सामाजिक स्वीकृति नहीं मिली है, लेकिन ऐसे रिश्तों को लेकर सोच बदल रही है, और डूंगरपुर की यह अनोखी प्रेम कहानी इसकी मिसाल है।