➤ रेप केस में गिरफ्तार किए गए देवेंद्र बूड़िया को कोर्ट ने भेजा न्यायिक हिरासत में
➤ तबीयत बिगड़ी तो पुलिस ने नहीं मांगा रिमांड, भीड़ की मौजूदगी में पेशी
➤ सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं मिली जमानत, पीए कल्पेश पहले ही हो चुका है गिरफ्तार
विस्तृत खबर:
अखिल भारतीय बिश्नोई सभा के पूर्व प्रधान देवेंद्र बूड़िया को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां सुनवाई के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस दौरान उनकी तबीयत भी बिगड़ गई, जिसके कारण पुलिस ने कोर्ट से रिमांड की मांग नहीं की। बता दें कि हरियाणा स्टेट क्राइम ब्रांच ने बूड़िया को बलात्कार के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने पूछताछ के लिए सवालों की विस्तृत सूची तैयार कर रखी थी, लेकिन आरोपी की तबीयत खराब होने के चलते उसे सीधे जेल भेजा गया। कोर्ट से बाहर ले जाते वक्त दो पुलिसकर्मी बूड़िया को सहारा देते नजर आए। कोर्ट परिसर में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जो पुलिस की गाड़ी तक आरोपी को जाते देखते रहे।
बूड़िया पर यह केस 24 जनवरी 2025 को हिसार के आदमपुर थाना में दर्ज हुआ था। 20 वर्षीय युवती की शिकायत के आधार पर पॉक्सो और बलात्कार की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद पुलिस ने राजस्थान से बूड़िया को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद हिसार लाते वक्त उसकी तबीयत खराब हो गई थी और रात को ही सिविल अस्पताल में मेडिकल जांच करवाई गई थी।
देवेंद्र बूड़िया ने गिरफ्तारी से बचने के लिए नीचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अग्रिम जमानत की कोशिश की, लेकिन उसे कहीं से भी राहत नहीं मिली। इससे पहले 14 मार्च को बूड़िया के निजी सहायक (PA) कल्पेश को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।