हरियाणा में छात्रों ने स्कूल में चाकू घोंप कर कर दी प्रिंसिपल की हत्या जानें पूरा मामला9

इंस्टा पर प्रिंसिपल के हत्‍यारे छात्रों ने मांगी दस लाख की फिरौती, कहा- नहीं तो अगला निशाना बेटा?

हरियाणा की बड़ी खबर

➤ हिसार में स्कूल के अंदर कत्ल करने वाले नाबालिगों ने दी नई धमकी
➤ ’10 लाख दो, वरना बेटे को भी मार देंगे, वीडियो हो रहा वायरल
➤ पुलिस अब भी खाली हाथ, हत्यारे खुलेआम घूमकर सोशल मीडिया से दे रहे चैलेंज



हरियाणा के हिसार में स्कूल के अंदर हुए प्रिंसिपल हत्याकांड ने जो दहशत फैलाई थी, अब वह और विकराल हो गई है। हत्या के आरोपी नाबालिग छात्रों ने अब इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर पुलिस और पीड़ित परिवार को खुली धमकी दी है—“10 लाख रुपये नहीं दिए, तो प्रिंसिपल के बेटे को भी जान से मार देंगे।” यह चौंकाने वाला खुलासा सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक पोस्ट से हुआ है, जिसने पुलिस प्रशासन की सतर्कता और प्रभावशीलता को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

इन पोस्ट्स से यह साफ है कि कत्ल करने वाले आरोपी न केवल आज़ाद घूम रहे हैं, बल्कि पुलिस का उपहास उड़ाते हुए अपराध की खुली स्क्रिप्ट भी लिख रहे हैं। सोशल मीडिया को अपराध का मंच बना देना इस बात का संकेत है कि इन नाबालिगों को कानून का कोई डर नहीं है, और न ही पुलिस की कोई चिंता। सवाल यह है कि एक स्कूल में दिनदहाड़े गोली मारने वाले अपराधी अगर खुली धमकी दे रहे हैं और पुलिस अब तक उन्हें ढूंढ भी नहीं पाई है, तो फिर आम जनता की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा?

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जानकारी के मुताबिक, इंस्टाग्राम पर डाली गई पोस्ट में स्पष्ट रूप से फिरौती की मांग और हत्या की धमकी दी गई है। पोस्ट की भाषा और लहजा किसी गैंगस्टर की स्क्रिप्ट से कम नहीं है। साइबर सेल ने इस पोस्ट का स्क्रीनशॉट लेकर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस गिरफ्तारी या लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाई है।

पुलिस प्रवक्ता दावा कर रहे हैं कि छापेमारी जारी है, लेकिन जिस बेफिक्री से आरोपी सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह इस दावे को खोखला साबित करता है। प्रिंसिपल के परिजन पहले ही सदमे में हैं, और अब बेटे को लेकर नई धमकी ने पूरे परिवार को खौफ और असुरक्षा के साये में डाल दिया है।

इस घटना ने हरियाणा की कानून-व्यवस्था और स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर बहस खड़ी कर दी है। अगर आरोपी नाबालिग हैं, तो सवाल यह भी है कि उन्हें इतनी अपराधी सोच और हिम्मत कैसे मिली? और क्या उन्हें किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क या गैंग का संरक्षण मिल रहा है?

यह मामला अब केवल एक हत्या का नहीं, बल्कि न्याय, सुरक्षा और सिस्टम पर भरोसे की अग्निपरीक्षा बन चुका है। अगर पुलिस जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तो ये मामला कानून के हाथ कमजोर होने की शर्मनाक मिसाल बन सकता है।