➤ जींद में पुलिस एएसआई ने रौब दिखाया
➤ पिक-अप ड्राइवर भाइयों को नंगा कर पीटा
जींद में एक पुलिस एएसआई द्वारा दो भाइयों को बुरी तरह पीटने और उन्हें थाने में नंगा बैठाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह घटना तब हुई जब पिक-अप (छोटा हाथी) ड्राइवर की गाड़ी से एएसआई की निजी कार को मामूली टक्कर लग गई, जिससे उसकी हेडलाइट टूट गई। एसपी कुलदीप सिंह ने मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपी एएसआई मनजीत सिंह को निलंबित कर दिया है।
सफीदों के गाँव पाजू कलां निवासी सुमित और हिमांशु, जो पिक-अप चलाकर गुजर-बसर करते हैं, ने बताया कि सोमवार रात वे पानीपत के सींक गाँव से सफीदों की ओर आ रहे थे। तभी BRSK स्कूल के पास एक बाइक सवार ने अचानक कट मारा, जिस पर एक महिला सहित तीन लोग सवार थे। दुर्घटना से बचने के लिए उन्होंने अपनी पिक-अप को हल्का सा दाहिने मोड़ा, जिससे उनकी गाड़ी की स्विफ्ट डिजायर कार से मामूली टक्कर हो गई। इस टक्कर से डिजायर कार की हेडलाइट टूट गई।

पीड़ितों के अनुसार, टक्कर होते ही कार से वर्दी में एक व्यक्ति और तीन-चार युवक सादे कपड़ों में उतरे और दोनों भाइयों को बुरी तरह से पीटा। वर्दीधारी व्यक्ति की पहचान एएसआई मनजीत सिंह के रूप में हुई। पुलिस की वर्दी देखकर डरे हुए भाई कुछ बोल नहीं पाए और माफ़ी मांगने लगे। आरोपियों ने उनकी पिक-अप का आगे का शीशा भी तोड़ दिया। डर के मारे जब वे वहां से निकले और रामपुरा रोड पर पहुंचे, तो एक पीसीआर गाड़ी ने उनकी पिक-अप के आगे आकर उन्हें रोक दिया।

इसके बाद पुलिस कर्मचारी उन्हें गाड़ी सहित शहर थाना ले गए। थाने में उनसे उनके कपड़े उतरवाकर नंगा कर बैठा दिया गया और फिर से मारपीट की गई। सुमित और हिमांशु ने बताया कि पुलिस ने उनका 32 हज़ार रुपए का मोबाइल फोन भी तोड़ दिया। थाने में मौजूद एक पुलिस कर्मचारी ने उनकी गाड़ी को ठीक करवाने और पुलिस थाने में दीवार पर वॉलपेपर लगवाने की मांग की। वॉलपेपर लगवाने और हर्जाना देने की शर्त पर उन्हें छोड़ दिया गया। वहां से निकल कर दोनों भाई सिविल अस्पताल पहुंचे और यहां एमएलआर (मेडिको-लीगल रिपोर्ट) कटवानी चाही लेकिन अस्पताल के स्टाफ ने एमएलआर काटने से मना कर दिया।
इसके बाद सुबह वे गाँव के सरपंच को लेकर गए और एमएलआर कटवाई। फिर डीएसपी गौरव को मामले की शिकायत दी और दिन में एसपी कुलदीप सिंह को भी शिकायत की। एसपी ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए एएसआई मनजीत सिंह को निलंबित कर दिया।