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हिमाचल में बन रही हरियाणा के लिए अवैध शराब, जानें

हरियाणा की बड़ी खबर हिमाचल प्रदेश

  • लाइसेंस अप्रैल से रिन्यू नहीं हुआ, फिर भी फैक्ट्री में अवैध रूप से शराब उत्पादन जारी था
  • फैक्ट्री में मिला हरियाणा के लिए 48,000 होलोग्राम, 7,000 लेबल और 40,000 ट्रैक एंड ट्रेस स्टीकर
  • 9000 लीटर ईएनए गायब, दूसरे राज्यों के लिए गैरकानूनी शराब तैयार करने का शक

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के परवाणू सेक्टर-5 स्थित एक शराब फैक्ट्री को राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने बिना वैध लाइसेंस शराब बनाने के आरोप में सील कर दिया है। विभाग को सूचना मिली थी कि यह फैक्ट्री लाइसेंस रिन्यू किए बिना काम कर रही है और हरियाणा के लिए अवैध शराब तैयार कर रही है

सोमवार को अतिरिक्त आयुक्त उज्ज्वल राणा के नेतृत्व में विभाग की 10 सदस्यीय टीम ने फैक्ट्री पर छापा मारा। जांच में फैक्ट्री से हरियाणा की कंपनियों के लिए भारी मात्रा में शराब पैकिंग और लेबलिंग से जुड़ी सामग्री बरामद हुई, जिसमें 48,000 होलोग्राम स्टिकर, 7,000 ‘संतरा ब्रांड’ के शराब लेबल, 40,000 ट्रैक एंड ट्रेस स्टीकर शामिल हैं।

ये सभी सामग्री हरियाणा राज्य में शराब की वैध आपूर्ति के लिए प्रयोग की जाती है, लेकिन हिमाचल में इसका उपयोग नियमों के खिलाफ है। इससे यह स्पष्ट होता है कि फैक्ट्री हिमाचल में रहकर हरियाणा के लिए अवैध रूप से शराब का उत्पादन कर रही थी

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जांच के दौरान फैक्ट्री से 9000 बल्क लीटर ईएनए (Extra Neutral Alcohol) का स्टॉक कम पाया गया। यह शराब निर्माण का मूल कच्चा माल है, और इसका कम होना इस बात का संकेत है कि इसका उपयोग अवैध तरीके से दूसरे राज्यों के लिए शराब तैयार करने में हुआ

इन गंभीर अनियमितताओं के आधार पर फैक्ट्री को तुरंत प्रभाव से सील कर दिया गया। विभाग के अनुसार, यह मामला हिमाचल में इंटर-स्टेट अवैध शराब नेटवर्क की ओर इशारा करता है। इससे पहले कालाअंब में भी एक फैक्ट्री को ऐसी ही गतिविधियों में पकड़ा गया था

अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में ऐसी और फैक्ट्रियों पर कार्रवाई की जा सकती है, जो लाइसेंस की आड़ में गैरकानूनी शराब व्यवसाय चला रही हैं।