➤ HAU स्कॉलरशिप नीति और लाठीचार्ज के विरोध में छात्राओं का परीक्षा बहिष्कार
➤ जबरन परीक्षा दिलाने की कोशिश, हॉस्टल में मेल पुलिसकर्मियों की मौजूदगी पर बवाल
➤ छात्राओं ने किया धरना प्रदर्शन, कॉलेज प्रशासन और पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
रेवाड़ी जिले में हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) से जुड़े कॉलेज की छात्राओं ने सोमवार को जमकर हंगामा किया। मामला स्कॉलरशिप नीति में बदलाव और छात्रों पर हुए लाठीचार्ज से जुड़ा है, जिसके विरोध में छात्राएं परीक्षाओं का बहिष्कार कर रही हैं। लेकिन सोमवार को जबरन परीक्षा दिलवाने की कोशिश के आरोपों के बीच मामला बुरी तरह से बिगड़ गया।
छात्राओं का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने उन्हें जबरदस्ती परीक्षा दिलाने के लिए दबाव बनाया और पुलिस को हॉस्टल में भेज दिया। खास बात ये रही कि मेल पुलिसकर्मियों ने गर्ल्स हॉस्टल के कमरों में ताकझांक की, जिससे माहौल गरमा गया और छात्राओं ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
क्या है मामला?
हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह HAU में स्कॉलरशिप नीति और लाठीचार्ज के विरोध में छात्र धरने पर बैठे हैं। इसका समर्थन करते हुए रेवाड़ी कॉलेज की छात्राएं बीएससी 6th और 4th ईयर की परीक्षाओं का बहिष्कार कर रही हैं। सोमवार को 300 में से सिर्फ 14 छात्राएं ही परीक्षा देने पहुंचीं।
परिवारों को बनाया गया दबाव का माध्यम
छात्राओं के अनुसार, कॉलेज प्रशासन ने पहले उनके पेरेंट्स को कॉल करवा कर दबाव डलवाने की कोशिश की कि वे बेटियों को परीक्षा के लिए भेजें। कुछ छात्राएं परिवार के दबाव में परीक्षा देने को राजी हुईं, लेकिन बाकी छात्राओं को यह ‘यूनिटी तोड़ने की कोशिश’ लगी, जिससे हॉस्टल के दरवाजे बंद कर दिए गए।
पुलिस ने जबरन हॉस्टल में घुसकर खुलवाए दरवाजे
जब छात्राओं ने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया तो कॉलेज प्रशासन ने पुलिस बुला ली। छात्राओं का आरोप है कि मेल पुलिसकर्मी हॉस्टल की खिड़कियों से झांकते रहे। साथ ही जबरन दरवाजे खुलवाने का प्रयास किया गया। इस दौरान एक छात्रा की मां भी बुलाई गई, जो बेटी को लेकर परीक्षा में बैठ गई।
वीडियो वायरल, धरने पर बैठीं छात्राएं
छात्राओं ने पूरी घटना का वीडियो बनाकर अपने साथियों को भेजा, जिसमें मेल पुलिसकर्मियों को हॉस्टल के आसपास घूमते और झांकते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो वायरल होते ही छात्राओं ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए।
प्रिंसिपल का बयान
कॉलेज की प्रिंसिपल ने कहा कि कुछ छात्राएं परीक्षा देना चाहती थीं, लेकिन दूसरी छात्राओं ने उन्हें बंधक बना लिया था। इसलिए पुलिस बुलानी पड़ी। उन्होंने दावा किया कि महिला पुलिस भी टीम में शामिल थी।