- अमेरिका में रह रहे जितेंद्र पर तीन महिलाओं को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप
- पूजा की शादी के बाद धमकियों का सिलसिला तेज हुआ, कॉल और मैसेज से करता था टॉर्चर
- पूजा के पति अनिल ने दर्ज कराई एफआईआर, पुलिस जांच में जुटी, जितेंद्र डंकी रूट से गया था अमेरिका
Jitendra forced suicide from USA: हरियाणा के कैथल जिले के बाकल गांव में आत्महत्या के एक दिल दहला देने वाले मामले में गुड्डी देवी और उनकी दो बेटियों, निशा और पूजा की मौत का कारण अब सामने आने लगा है। जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इन तीनों महिलाओं को आत्महत्या के लिए उकसाने वाला कोई और नहीं बल्कि बड़ी बेटी निशा का पति जितेंद्र उर्फ काला था, जो इस वक्त अमेरिका के कैलिफोर्निया में रह रहा है। पुलिस के अनुसार जितेंद्र डंकी रूट के जरिए 2020 में अमेरिका पहुंचा था और वहीं पर मजदूरी करता था।
पूजा की शादी फरवरी 2025 में हुई थी, तभी से जितेंद्र ने धमकियां देना शुरू कर दी थीं। पहले वह केवल अपनी पत्नी निशा को ही कॉल करके प्रताड़ित करता था, लेकिन बाद में उसने पूजा और उसके पति अनिल को भी अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया। अनिल ने बताया कि दिन में कई बार कॉल और मैसेज के जरिए जितेंद्र उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था, फोन ब्लॉक करने के बाद नए नंबरों से संपर्क करता। इन धमकियों के कारण पूजा तनाव में आकर 29 मई को मायके लौट आई थी।
सुसाइड से पहले भी जितेंद्र के कॉल और मैसेज आ रहे थे। अनिल का कहना है कि जितेंद्र को कई बार समझाया गया लेकिन वह नहीं माना और लगातार गालियां व धमकियां देता रहा। उसी टॉर्चर से तंग आकर गुड्डी देवी, निशा और पूजा ने जहर खाकर जान दे दी।
इस मामले में अनिल की शिकायत पर पुलिस ने जितेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। जितेंद्र की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अब अंतरराष्ट्रीय कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही है।
गुड्डी देवी के बेटे नीरज, जो कि तीन साल पहले डंकी रूट से अमेरिका गया था और वहां ट्रक ड्राइवर है, उसने भी फोन पर पुष्टि की कि जितेंद्र की हरकतों से पूरा परिवार बेहद परेशान था। उसने भावुक होकर कहा कि “अगर इंडिया में होता तो कम से कम अपनी मां और बहनों के अंतिम दर्शन कर पाता।”
थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार ने बताया कि जितेंद्र की शादी 2008 में निशा से हुई थी और दोनों के दो बच्चे भी हैं। लेकिन पारिवारिक मतभेदों के कारण रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे। अब पुलिस इस गंभीर मामले की हर एंगल से जांच कर रही है और जल्द ही जितेंद्र की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल या अन्य माध्यमों का सहारा लिया जा सकता है।