सोनीपत के रोहतक रोड गुड़मंडी स्थित जैन स्थानक में श्री एसएस जैन सभा की ओर से चल रहे चातुर्मास में रविवार को श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। इस दौरान संयम सुमेरू गुरुदेव मायाराम महाराज की परंपरा के संघ शास्ता शासन सूर्य रामकृष्ण महाराज के शिष्य रमेश मुनि महाराज के सानिध्य में आचार्य भगवान सुभद्र मुनि महाराज का 73वां जन्मोत्सव श्रद्धा एवं भक्ति भाव से मनाया गया।
श्री शांतिनाथ जैन दिगंबर मंदिर परिसर में गुरुदेव रमेश मुनि महाराज, प्रवचन भास्कर मुकेश मुनि महाराज और युवा मुनि मुदित महाराज ने प्रवचनों के माध्यम से श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन किया। प्रवचन भास्कर मुकेश मुनि महाराज ने भक्तांमर का सामूहिक रूप से पाठ करवाया। गुरुदेव रमेश मुनि महाराज ने कहा कि तपस्या करना कोई सामान्य प्रक्रिया नहीं है, बल्कि एक मुश्किल काम है। यह कार्य वही कर्मठ मनुष्य कर सकता है, जो दृढ़ संकल्पी और अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण में रखने वाला हो।
भक्ति मनुष्य का भगवान से करवाती है साक्षात्कार
गुरुदेव रमेश मुनि महाराज ने कहा कि भक्तांमर का पाठ धर्म साधना का संबंध भक्त और भक्ति के साथ बनता है। जिसमें भक्त की ओर से गई भक्ति उसका भगवान से साक्षात्कार करवाती है। उन्होंने कहा कि भक्ति वह मार्ग है, जिसमें मनुष्य संसार से दूर होकर भगवान के तरफ अपने कदम बढ़ाता है। आज भक्ति का जो मार्ग बना है, वह दूषित हो चुका है। जिसमें मनुष्य केवल बाहरी रूप से तो भक्ति करता दिखाई देता है, लेकिन उसके अंदर हृदय में कोई भक्ति नहीं है। वहां पर केवल स्वार्थ ही स्वार्थ बना है। आज मनुष्य स्वार्थ के वशीभूत होकर भगवान की भक्ति कर रहा है।
सामूहिक गीता किया प्रस्तुत
इस दौरान श्री सन्मति जैन महिला मंडल, जैन युवती मंडल, श्री चंदनबाला मंडल की ओर से सामूहिक गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में नरेश जैन, विभोर जैन, जितेंद्र जैन, साहिल जैन ने भक्तांमर पाठ के लाभ लिया। इस मौके पर श्री एसएस जैन सभा के प्रधान सुरेश जैन, महामंत्री त्रिलोकचंद जैन जयकुमार जैन, सतीश जैन, श्रवण जैन, महावीर प्रसाद जैन, रामरिछपाल जैन, मीडिया प्रभारी वकील चंद जैन मौजूद रहे।