18 से 27 मार्च तक कुरुक्षेत्र में आयोजित होने वाला 1008 कुंडीय महायज्ञ अब धार्मिक क्षेत्र में चर्चा का विषय बन चुका है। इस महायज्ञ में देशभर से सनातन धर्म के अनुयायी और प्रमुख संतों के शामिल होने की संभावना है, जिससे धार्मिक उत्साह चरम पर है।
इससे पहले, Sonipat के सेक्टर 23 में जगद्गुरु त्रिपुरा पीठाधीश्वर चक्रवर्ती यज्ञ सम्राट हरिओम जी महाराज द्वारा रॉबिन खोखर के निवास पर आयोजित 9 कुंड यज्ञ में गनौर के निर्दलीय विधायक Devendra Kadian भी उपस्थित रहे और महाराज जी का आशीर्वाद लिया।
महायज्ञ का महत्व
महाराज हरिओम जी ने बताया कि यज्ञों का महत्व मनुष्य जीवन और पर्यावरण की रक्षा के लिए अत्यधिक है, विशेषकर प्राकृतिक आपदाओं के खतरे को कम करने में। कोरोना जैसी महामारियों में भी यज्ञों का महत्व बढ़ जाता है, उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए हाल ही में दिल्ली के बढ़ते तापमान का हवाला दिया।
कुरुक्षेत्र को धर्म का धाम बनाने का आह्वान
महाराज जी ने कुरुक्षेत्र को एक पर्यटक स्थल की बजाय श्रद्धा और धर्म का केंद्र बनाने की अपील की और हरियाणा के लोगों से ब्रह्म सरोवर में स्नान करने की प्रोत्साहन दी। विधायक देवेंद्र काद्यान्न ने युवाओं से अपील की कि वे हवन यज्ञ के संस्कारों से जुड़कर नशे जैसी बुराइयों से बचें।
रॉबिन खोखर ने भी यज्ञ से अपने परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने की बात साझा की। इस महायज्ञ को पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद जताई जा रही है।