Haryana के Hisar जिले में बालसमंद गांव के सचिन ने 26 साल की उम्र में ही एक साल के अंदर चौथी सरकारी नौकरी हासिल की है। उनका चयन हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) में मैथ लेक्चरर के पद पर हुआ है। सचिन की सफलता उनकी कड़ी मेहनत और रोजाना की 5 से 6 घंटे की पढ़ाई का परिणाम है।
पिता ने कहा- मेहनत कभी बेकार नहीं जाती
सचिन के पिता, राजेंद्र ने बताया कि उनका बेटा हमेशा से पढ़ाई में होशियार था। उन्होंने अपने बेटे को मेहनत मजदूरी करके पढ़ाया और हमेशा उसे पढ़ाई करते हुए ही पाया। वह कहते हैं, “मेहनत कभी बेकार नहीं जाती, सचिन की मेहनत ने उसे यह सफलता दिलाई है।”
सालभर में मिली चार सरकारी नौकरियां
सचिन ने बताया कि उन्होंने मार्च 2024 में सीपीएलओ (क्रीड विभाग के ग्राम पंचायत लोकल ऑपरेटर) के पद पर चयन प्राप्त किया था। इसके बाद, मार्च 2024 में ही हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत पीजीटी गणित के पद पर, अक्टूबर 2024 में हरियाणा पुलिस में और जनवरी 2025 में हरियाणा लोकसेवा आयोग में फिर से पीजीटी गणित के पद पर उनका चयन हुआ।
कॉलेज प्रोफेसर बनना है सपना
सचिन का सपना अभी पूरा नहीं हुआ है। उनका कहना है, “मेरे लिए यह सफर अभी खत्म नहीं हुआ है। जीवन भर आगे बढ़ने के लिए प्रयास करता रहूंगा। मेरा सपना कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का है, और इसके लिए मैं अपनी मेहनत जारी रखूंगा।”
पढ़ाई में समय देने का तरीका
सचिन ने बताया कि वह हर दिन 5 से 6 घंटे पढ़ाई करते थे और मोबाइल का सही इस्तेमाल करते थे। इसके अलावा, उन्हें अपने माता-पिता और गुरुजनों से प्रेरणा मिलती रही। पढ़ाई के साथ-साथ, सचिन को वॉलीबॉल खेलने का भी शौक है। सचिन की यह सफलता उनके लगातार प्रयासों और मेहनत का परिणाम है, जो अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।