प्रदेश सरकार में एक और नियुक्ति होने का मामला सामने आया है। जिसमें अरुण सांगवान को हरियाणा स्टेट फूड कमीशन का चेयरमैन नियुक्त किया गया है, इससे पहले वह सूचना आयुक्त रह चुके हैं। सरकार की ओर से अरुण सांगवान की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि अरूण सांगवान केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के करीबी बताए जाते हैं। जब सिंह ने 2013 में कांग्रेस छोड़ दी थी, तो सांगवान ने भी पार्टी छोड़ कर राव का हरियाणा इंसाफ मंच बनाने में समर्थन किया था। सांगवान को मंच का प्रवक्ता बनाया गया था।
वकीलों के परिवार से संबंध, राजनीति में शामिल होने का फैसला
बताया जा रहा है कि दिल्ली में सांगवान वकीलों के परिवार से संबंध रखते है, लेकिन उन्होंने सीसीएस विश्वविद्यालय, मेरठ से कानून की पढ़ाई की, लेकिन उन्होंने अपने पिता और भाई के साथ वकालत में शामिल होने के बजाय राजनीति में शामिल होने का फैसला किया। वह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के साथ शामिल हो गए, जिनका परिवार के साथ लंबा जुड़ाव था। 2014 में संसदीय चुनावों से पहले, जब सिंह भाजपा में शामिल हुए तो सांगवान भी उनके पीछे चले गए और मीडिया पैनलिस्ट बन गए।
दो बार टिकट पाने की चाहत, हाथ लगी निराशा
वहीं बता दें कि दो बार उन्होंने परिवार के गृह नगर चरखी दादरी से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट पाने की कोशिश की, लेकिन निराशा हाथ लगी। अब उन्होंने राजनीति को लगभग अलविदा कह दिया था। इसके बाद अब फिर से सांगवान एक्टिव हो गए हैं।