Bhiwani जिले में साइबर क्राइम पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर एक वृद्ध व्यक्ति से लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी समेत तीन अन्य शामिल हैं।
साइबर क्राइम पुलिस को एक शिकायत मिली थी, जिसमें महम रोड भिवानी निवासी एक वृद्ध व्यक्ति ने बताया कि 30 जनवरी 2025 को उनके व्हाट्सएप पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को ईडी अधिकारी बताते हुए शिकायतकर्ता को बताया कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एफआईआर दर्ज है और नॉन-बेलेबल वारंट भी जारी किया गया है। इसके बाद आरोपी ने उसे डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 13 दिन तक उसे डिजिटल अरेस्ट करके 16,26,000 रुपए की धोखाधड़ी की।
साइबर क्राइम पुलिस ने इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 15 फरवरी 2025 को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अलीम, मोहम्मद इस्लाम, कपिल और मयंक के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों से 6 मोबाइल फोन और 1,52,000 रुपए बरामद किए हैं। इसके अलावा, 10 लाख रुपए को होल्ड पर करवा दिया गया है।
आरोपियों के रिमांड अवधि के दौरान पुलिस ने और भी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की। पता चला कि आरोपी मयंक चाईना निवासी एक अन्य आरोपी के संपर्क में था, जो भारत में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर धोखाधड़ी करते थे और धोखाधड़ी के रुपए को क्रिप्टो करेंसी में कन्वर्ट कर चाईना भेजते थे।
साइबर क्राइम पुलिस के उप निरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट के नाम पर किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी को गंभीरता से लिया जा रहा है। यदि जिले में किसी भी व्यक्ति या महिला को इस प्रकार की कॉल आती है तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें और 1930 पर शिकायत दर्ज करवाएं।
पुलिस टीम ने गिरफ्तार आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया, जहां उन्हें जिला कारागार भेजने के आदेश दिए गए हैं। मामले की जांच जारी है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।