Bhiwani में आदर्श महिला महाविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर छात्राओं के लिए अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में अभिभावकों ने प्राध्यापिकाओं से छात्राओं के भविष्य, प्रोफेशनल कोर्स, कक्षा गतिविधियों और उनके सर्वांगीण विकास को लेकर सवाल किए, जिनका प्राध्यापिकाओं ने बड़ी सरलता से उत्तर दिया।
महाविद्यालय की उपस्थिति पर ध्यान केंद्रित किया गया
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल ने बैठक में महत्वपूर्ण बातों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आजकल महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति में कमी आ रही है, जिससे विद्यार्थियों में अनुशासन, नैतिकता, समय प्रबंधन और कौशल जैसे गुण प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने अभिभावकों को यह संदेश दिया कि वे अपने बच्चों को महाविद्यालय भेजें और उनकी पढ़ाई में सक्रिय रूप से सहयोग करें।
अभिभावकों को अनिवार्य रूप से बैठक में शामिल होने का अनुरोध
प्राचार्या ने बैठक से पहले छात्राओं की उपस्थिति की जांच की और जिन छात्राओं की हाजिरी 50 प्रतिशत से कम रही, उनके अभिभावकों को फोन करके बैठक में अनिवार्य रूप से शामिल होने के लिए कहा गया।
माता-पिता और गुरु का तालमेल है जरूरी
बैठक में डॉ. अलका मित्तल ने कहा कि विद्यार्थियों की उन्नति में माता-पिता और गुरुजन की अहम भूमिका होती है। उनका आपस में तालमेल होना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी भी माता-पिता को अपने बच्चों से संबंधित कोई जानकारी चाहिए, तो वे महाविद्यालय आकर प्राप्त कर सकते हैं।
महाविद्यालय की कोशिशें और अभिभावकों का सहयोग
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय छात्राओं के शैक्षणिक, सांस्कृतिक और सर्वांगीण विकास के लिए लगातार प्रयासरत है, जिसमें अभिभावकों का सहयोग बहुत जरूरी है। इस बैठक का आयोजन प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल के मार्गदर्शन में, संयोजिका डॉ. शालिनी और बबीता चौधरी द्वारा किया गया।