Bhiwani में एक दुखद घटना घटी, जब परिवार के लोग छोटे भाई की शादी की तैयारियों में व्यस्त थे और उसी दौरान बड़े बेटे की आत्महत्या की खबर मिली। जैसे ही परिवार को नफे सिंह की मौत का पता चला, घर में खुशी का माहौल मातम में बदल गया। तोशाम थाना पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची, शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। नफे सिंह, जो एक प्लंबर था, दो बच्चों का पिता था।
जब परिवार के लोग छोटे भाई की शादी की तैयारियों में व्यस्त थे और इसी बीच उन्हें बड़े बेटे नफे सिंह की आत्महत्या का पता चला। घर की खुशियां एक पल में मातम में बदल गईं।
परिवार के सदस्य गुरदास ने बताया कि भिवानी के सांगवान गांव निवासी नफे सिंह (37) और उसका परिवार काफी सालों से तोशाम में रह रहा है। नफे सिंह प्लंबर का काम करता था। उसके पास एक बेटा और बेटी है। नफे सिंह के छोटे भाई विकास उर्फ विक्की की आज शादी थी। दिन में बारात रोहतक जानी थी।
नफे सिंह ने भाई की शादी की खुशी में शराब पी थी, और सभी लोग खुश थे। परिवार में कोई झगड़ा या विवाद नहीं था, और सबकुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन, मंगलवार सुबह नफे सिंह बिना किसी को बताए घर से निकल गए, जब परिवार बारात चढ़ने की तैयारी कर रहा था। कुछ समय बाद, यह सूचना मिली कि नफे सिंह पास में स्थित स्कूल के एक पेड़ से फांसी पर लटके हुए पाए गए।
यह सूचना मिलते ही परिवार के लोग घटनास्थल पर पहुंचे। परिवार के लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो वहां कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। घर में सभी लोग शादी की तैयारी में व्यस्त थे।
गुरदास ने बताया कि नफे सिंह ने अचानक यह कदम क्यों उठाया, सब हैरान हैं। परिवार के लोग विक्की की बारात लेकर नहीं गए। अब शादी का प्रोग्राम बाद में होगा।
जांच अधिकारी अमरजीत सिंह ने बताया कि नफे सिंह के पिता का नाम प्रेम सिंह है। नफे सिंह को तारा चंद ने गोद लिया हुआ था। इसके छोटे भाई की शादी थी। रात को शराब पीने के बाद रिश्तेदारों में आपस में कहासुनी हो गई थी। उसके बाद वह टेंशन में था। सुबह 5 से 6 बजे के बीच सरकारी स्कूल में जाकर उसने फांसी लगा ली।